खरखौदा : प्रदेश में 9870 जेबीटी पदों के लिए चल रही साक्षात्कार प्रक्रिया बुधवार को समाप्त हो गई है। अब भर्ती का परिणाम आना बाकी है। फरवरी महीने के अंतिम सप्ताह व मार्च के शुरूआती सप्ताह में लोकसभा चुनाव की घोषणा की चर्चा है। ऐसे में प्रदेश सरकार जेबीटी भर्ती के परिणाम को लेकर अगर-मगर के भंवर में फंसी हुई है। राजनीति विशेषज्ञ जेबीटी भर्ती के रिजल्ट को लोकसभा चुनाव में अपने फायदे-नुकसान से जोड़कर देख रहे हैं। एक तरफ जहां चर्चा है कि यह रिजल्ट घोषित कर वोट बैंक बढ़ा लोस चुनाव में इसका फायदा बटोरा जाएगा वहीं दूसरी ओर राजनीतिज्ञों को आशंका है कि जिन उम्मीदवारों का चयन नहीं हुआ उनका वोट कट भी सकता है। जो भी हो अब जेबीटी भर्ती का रिजल्ट लोस चुनाव को लेकर अगर-मगर के भंवर में फंस सकता है।
किसी को 3 तो किसी को 13 महीने से है रिजल्ट का इंतजार...
जिन भावी अध्यापकों को कोर्ट के आदेश के बाद भर्ती में मौका मिला है उन्हें तीन व जिन्होंने वर्ष 2012 में ऑनलाइन आवेदन किया तो उन्हें 13 महीने से जेबीटी भर्ती के रिजल्ट का इंतजार है। प्रदेश में जेबीटी अध्यापकों की कमी के कारण स्कूलों में बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। db
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