** पदोन्नति के बावजूद नहीं मिले नियुक्ति पत्र
बेशक, प्रदेश के 860 मौलिक मुख्याध्यापकों को हाई स्कूल मुख्याध्यापक पदोन्नति मिल गई हो लेकिन उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिल पाया है। कारण, दो शिक्षा विभागों के बीच तालमेल की कमी है। यहीं वजह है कि मुख्याध्यापक शिक्षा अधिकारियों के कार्यालय से बिना नियुक्ति पत्र लिए बैरंग लौट रहे हैं। मंगलवार को हिसार के 67 मुख्याध्यापकों के साथ भी ऐसा कुछ हुआ। शाम पांच बजे तक मुख्याध्यापक कार्यालय के बाहर पत्र मिलने का इंतजार करते रहे मगर खाली घर लौटे। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के जिला प्रधान वीरेंद्र बडाला ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की लचर व्यवस्था के कारण मुख्याध्यापकों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला पा रहा है। विडंबना यह कि बीते वर्ष जून माह में उक्त मुखियाओं को मौलिक मुख्याध्यापक पदोन्नत किया गया था। तब इनकी सभी 10 वर्ष की एसीआर भी पूरी थी। अब फरवरी में हाई स्कूल मुख्याध्यापक पद पर पदोन्नति में 860 मुख्याध्यापकों की कोई एसीआर लंबित नहीं दिखाई गई है। फिर भी हाई स्कूल मुख्याध्यापकों से 10 साल की एसीआर मांगी जा रही है। बडाला का कहना है कि उप जिला शिक्षा अधिकारी संतोष हुडडा को जब इन मुख्याध्यापकों की एसीआर की समरी शीट उपलब्ध कार्रवाई गई तो उन्होंने इस पर हस्ताक्षर न होने की बात कही। जब हस्ताक्षर के लिए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बलजीत सहरावत से फोन पर बात की तो उन्होंने पहले मुख्याध्यापक व खंड शिक्षा अधिकारी से हस्ताक्षर करवाने के लिए कहा। जबकि यह समरी शीट जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा ही तैयार करने के बाद निदेशक कार्यालय द्वारा कंप्यूटर अपलोड की गई है। ऐसे में मास्टर वर्ग में शिक्षा विभाग की इस दोहरी नीति के प्रति रोष है। मास्टर वर्ग एसोसिएशन के वित्त सचिव आर्य संजय ने बताया कि इस मामले को लेकर शिक्षा निदेशक व आयुक्त से मिलेंगे, ताकि मुख्याध्यापकों को बिना किसी विलंब के नियुक्ति पत्र मिल जाए। इस दौरान विनोद मोर, राज सिंह मलिक, रमेश पूनिया, दलीप सिंह, इंद्र सिंह, राममेहर रेडू, सतपाल मोर, शीशपाल चहल, बलराज, धर्मबीर सिंहमार मौजूद थे। djhsr
बेशक, प्रदेश के 860 मौलिक मुख्याध्यापकों को हाई स्कूल मुख्याध्यापक पदोन्नति मिल गई हो लेकिन उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिल पाया है। कारण, दो शिक्षा विभागों के बीच तालमेल की कमी है। यहीं वजह है कि मुख्याध्यापक शिक्षा अधिकारियों के कार्यालय से बिना नियुक्ति पत्र लिए बैरंग लौट रहे हैं। मंगलवार को हिसार के 67 मुख्याध्यापकों के साथ भी ऐसा कुछ हुआ। शाम पांच बजे तक मुख्याध्यापक कार्यालय के बाहर पत्र मिलने का इंतजार करते रहे मगर खाली घर लौटे। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के जिला प्रधान वीरेंद्र बडाला ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की लचर व्यवस्था के कारण मुख्याध्यापकों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला पा रहा है। विडंबना यह कि बीते वर्ष जून माह में उक्त मुखियाओं को मौलिक मुख्याध्यापक पदोन्नत किया गया था। तब इनकी सभी 10 वर्ष की एसीआर भी पूरी थी। अब फरवरी में हाई स्कूल मुख्याध्यापक पद पर पदोन्नति में 860 मुख्याध्यापकों की कोई एसीआर लंबित नहीं दिखाई गई है। फिर भी हाई स्कूल मुख्याध्यापकों से 10 साल की एसीआर मांगी जा रही है। बडाला का कहना है कि उप जिला शिक्षा अधिकारी संतोष हुडडा को जब इन मुख्याध्यापकों की एसीआर की समरी शीट उपलब्ध कार्रवाई गई तो उन्होंने इस पर हस्ताक्षर न होने की बात कही। जब हस्ताक्षर के लिए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बलजीत सहरावत से फोन पर बात की तो उन्होंने पहले मुख्याध्यापक व खंड शिक्षा अधिकारी से हस्ताक्षर करवाने के लिए कहा। जबकि यह समरी शीट जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा ही तैयार करने के बाद निदेशक कार्यालय द्वारा कंप्यूटर अपलोड की गई है। ऐसे में मास्टर वर्ग में शिक्षा विभाग की इस दोहरी नीति के प्रति रोष है। मास्टर वर्ग एसोसिएशन के वित्त सचिव आर्य संजय ने बताया कि इस मामले को लेकर शिक्षा निदेशक व आयुक्त से मिलेंगे, ताकि मुख्याध्यापकों को बिना किसी विलंब के नियुक्ति पत्र मिल जाए। इस दौरान विनोद मोर, राज सिंह मलिक, रमेश पूनिया, दलीप सिंह, इंद्र सिंह, राममेहर रेडू, सतपाल मोर, शीशपाल चहल, बलराज, धर्मबीर सिंहमार मौजूद थे। djhsr
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