कैथल : जिले में आज भी करीब 300 शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं। रही सही कसर वर्ष 2000 में नियुक्त जेबीटी अध्यापकों पर लटकती तलवार ने पूरी कर दी है। हाई कोर्ट के निर्देशानुसार यदि इन अध्यापकों को हटाया जाता है तो 150 शिक्षक और कम हो जाएंगे। जेबीटी अध्यापकों की 100 से अधिक सीट पहले ही खाली पड़ी हैं। ऐसे में पढ़ाई कैसी होगी, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। इन हालात में बच्चों की नैया नकल के सहारे जरूर पार हो सकती है। सभी स्कूलों में एक साथ परीक्षाएं होने से जहां उड़नदस्तों का अधिक भय नहीं रहता वहीं अध्यापक भी बच्चों को जमकर ढील देते हुए नकल करवाते हैं ताकि स्कूल का नाम बदनाम न हो। विज्ञान संकाय के विद्यार्थी ज्यादा तनाव में हैं क्योंकि अभी तक विज्ञान प्राध्यापकों के पद खाली हैं। इस कारण बच्चों का पूरा पाठ्यक्रम कवर नहीं हो पाया है। dj
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