शिक्षा विभाग मिड डे मिल में बनी प्रदेश की खराब छवि को सुधारने की कोशिश में लगा हुआ है। मौलिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने खुद इसकी कमान अपने हाथ में ली है। महानिदेशक ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को साफ तौर पर कहा है कि जब भी कोई सूचना उनसे मांगी जाए, तो उस सूचना को समय पर भिजवाया जाए। महानिदेशक ने सभी खंड व खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों को भी इसमें पूरा सहयोग देने को कहा है।
महानिदेशक के मुताबिक मिड डे मिल की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए सभी डीईईओ व बीईओ कार्यालय में कार्यक्रम व लेखा अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इनका वेतन भी केंद्र सरकार वहन करती है। मगर डीईईओ व बीईओ ने इन कर्मचारियों की ड्यूटी अन्य कार्यों में लगा देते हैं, जिस कारण से ये केंद्र सरकार को भेजे जाने वाली सूचना समय पर नहीं दे पाते। इससे केंद्र में प्रदेश की छवि भी खराब होती है। हालांकि इससे पहले अधिकारियों को इस बारे में निर्देश दिए जा चुके है। महानिदेशक का कहना है कि सभी जिलों को एमआइएस डाटा दिसंबर महीने तक फीड किया जाना था। मगर गुडग़ांव व रेवाड़ी को छोड़कर अभी तक किसी भी जिले ने एमआइएस का डाटा पूर्ण रूप से फीड नहीं किया गया है, जबकि इस बारे में सभी कार्यालयों को कई बार निर्देश दिए जा चुके हैं। dbhsr
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