चंडीगढ़ : प्रदेश के निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के दाखिला के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। पहली व दूसरी कक्षा का ड्रा पहले ही कराया जा चुका है, जबकि तीसरी से 10वीं व 12वीं कक्षा में दाखिला के लिए 11 मई को लर्निग लेवल असेसमेंट टेस्ट रखा गया है। गरीब बच्चों को अपनी मनपसंद के निजी स्कूल में दाखिला पाने के लिए मूल्यांकन से गुजरना होगा। मूल्यांकन के जरिए ही शिक्षा विभाग मेधावी छात्रों की छंटनी करेगा। नियम 134ए के तहत तीसरी से 10वीं व 12वीं के लिए 29634 गरीब बच्चों ने आवेदन किया हुआ है।
शिक्षा विभाग ने गरीब बच्चों के अभिभावकों को लर्निग लेवल असेसमेंट टेस्ट की सूचना मोबाइल पर मैसेज से भेज दी है। टेस्ट जिला स्तर पर आयोजित किया जाएगा। स्कूली शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इसका पत्र भेज दिया है। तीसरी कक्षा के लिए पूरे प्रदेश में 3890, चौथी कक्षा के लिए 3865, पांचवीं के लिए 3689, छठी के लिए 4018, सातवीं के लिए 3510, 8वीं के लिए 3432, 9वीं के लिए 3196, 10वीं के लिए 2677, 12वीं के लिए 1537 आवेदन आए हैं।
मनमानी बर्दाश्त नहीं
दो जमा पांच मुद्दे जनआंदोलन के अध्यक्ष सत्यवीर हुड्डा का कहना है कि गरीब बच्चों को उनका हक वह हर हाल में दिलाकर रहेंगे। निजी स्कूलों की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शुक्रवार को उन्होंने जिला समितियों की बैठक बुलाई है। इसमें आगामी रणनीति तैयार करेंगे।b dj
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