नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में लड़कियों को कटऑफ में पूर्व की भांति छूट देने के मामले में कॉलेजों को विश्वविद्यालय से अनुमति लेनी पड़ेगी। कॉलेजों को कटऑफ जारी करने से पहले विश्वविद्यालय को लड़कियों को कटऑफ में छूट देने के लिए वाजिब कारण बताना होगा। पहले यह भी कहा जा रहा था कि डीयू में छात्रओं की संख्या अधिक है, इसलिए इनको कटऑफ में छूट देने की आवश्यकता नहीं है। यहीं नहीं कुछ अधिकारियों का यह भी कहना था कि गार्गी कॉलेज, लेडी श्रीराम कॉलेज, विवेकानंद महिला कॉलेज सहित कई कॉलेज केवल छात्रओं के लिए हैं। ऐसे में उनका कटऑफ में छूट देना उचित नहीं है। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर अब विश्वविद्यालय प्रशासन यह निर्णय लेगा कि किस कॉलेज को कटऑफ में छूट देना उचित है और किसको नहीं। ऐसी संभावना है कि कटऑफ में छूट देने के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन को कॉलेज जल्द ही पत्र लिखकर अपनी स्थिति से अवगत करा सकते हैं। डीयू के डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. जेएम खुराना ने बताया कि लड़कियों को कटऑफ में छूट देने के मामले में क ोई कॉलेज अब मनमानी नहीं कर सकता। उसको विश्वविद्यालय को इस संबंध में बनाता होगा कि वह किन कारणों से छात्रओं को कटऑफ में छूट देना चाहता है और कितनी छूट देना चाहता है। dj
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