पानीपत/सोनीपत : सरकारी स्कूलों में शिक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) को वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट (एपीएआर) में तबदील करने का फैसला लिया है। अब तक एसीआर दो पेज की लिखी जाती थी, लेकिन अब एपीएआर 21 पेज की लिखी जाएगी।
खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में वीरवार को बीईओ विजयलक्ष्मी नांदल व बीईईओ नसीब सिंह ने क्षेत्र के मौलिक मुख्याध्यापकों, मुख्याध्यापकों व प्रिंसिपलों की बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसमेंं स्कूल के एक से 12वीं तक के हर अध्यापक को अपने दिनभर किए कामकाज, कैसे व कब तक, क्या क्या किया तथा परीक्षा परिणाम तक की रिपोर्ट को हर रोज अपनी डायरी में नोट करना होगी।
स्कूल के मुख्यध्यापक को हर रोज हर कक्षा में जाकर किस टीचर ने क्या पढ़ाया है और क्या एक्टीविटी करवाई है, इसकी तमाम रिपोर्ट अपनी डायरी में दर्ज करनी होगी। इसके आधार पर मुख्याध्यापक टीचर की एपीएआर लिखेगा।
ऐसे में मुख्याध्यापक किसी टीचर की एपीएआर लिखने में अपनी मनमानी नही कर सकेगा। मुख्याध्यापक की डायरी के आधार पर ही स्कूल प्रिंसिपल मुख्याध्यापक की एपीएआर लिखेगा। उन्होंने बताया कि प्रिंसिपल की एपीएआर ब्लाक शिक्षा अधिकारी उसके कामकाज की रिपोर्ट के मुताबिक लिखेगा।
इसके अलावा राजकीय प्राइमरी स्कूलों में ट्रेनिंग कर रहे भावी टीचरों की घर-घर जाकर पढऩे वाले व अनपढ़ बच्चों की रिपोर्ट देने के लिए ड्यूटियां लगाई गयी है, जो दो दिन के अंदर रिपोर्ट देंगे। हर टीचर साल में एक बार 4 जुलाई तक अपनी डायरी के मुताबिक 21 पेज की एपीएआर लिखेगा।
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