राजकीय स्कूलों में पढऩे वाले शिक्षकों को समावेशी शिक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा। अभिभावकों की शिकायत मिलने पर शिक्षकों विभाग कार्रवाई करेगा। इसके लिए विभाग के निर्देश ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा को निर्देश जारी किए हैं। इस योजना का पहली से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी लाभांवित हो रहे हैं। योजना में संसाधन कक्षों का निर्माण, शिक्षण अधिगम सामग्री उपलब्ध करवाई गई है। बच्चों की क्षमता एवं योग्यतानुसार पाठयक्रम लागू किया गया है।
शिक्षकों को स्कूलों में सामान्य बच्चों एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की विशेष आवश्यकताओं के साथ सामान्य आवश्यकताएं जैसे समाजीकरण, खेल भावना, मैत्री, सहभागिता, भाईचारा, स्वास्थ्य की तरफ ध्यान देना होगा। विभाग के अनुसार यह एक ऐसी शिक्षा व्यवस्था है। जो बच्चे को एक बच्चे के समान ही स्वीकार करना सिखाती है। और विशेष या सामान्य बच्चे जैसा विभेदीकरण समाप्त करती है। इस प्रकार यह शिक्षा व्यवस्था विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को हीनता एवं अलगाव के भाव सेविरक्त करते हुए उन्हें संबल प्रदान करती है। इसी उद्देश्य को लेकर विभाग ने ये फैसला लिया है। dbsrs
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