चंडीगढ़ : प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने मिडिल स्कूलों के हेड मास्टरों को दी गई वित्तीय शक्तियों में रह गई खामियां जल्द दूर करने का भरोसा दिलाया है।
बुधवार को शिक्षा मंत्री से उनके आवास पर मिले एलीमेंटरी स्कूल हेडमास्टर एसोसिएशन के नेताओं ने मांग की कि मिडिल स्कूलों के अतिरिक्त वरिष्ठ माध्यमिक एवं उच्च विद्यालयों में कार्यरत मिडिल हेड को भी वित्तीय शक्तियां प्रदान की जाए। एसोसिएशन के अध्यक्ष दलबीर सिंह मलिक की अगुवाई वाले दल ने मिडिल हेड को राजपत्रित अधिकारियों का दर्जा दिए जाने की भी मांग की। उन्होंने दलील दी कि 4800 रुपये के ग्रेड-पे में कार्यरत स्कूल प्राध्यापकों को क्लास-टू का दर्जा मिला हुआ है। मिडिल हेड भी 4800 के ग्रेड-पे में हैं। मलिक ने सभी स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक की समस्त जिम्मेदारी मिडिल हेड को सौंपे जाने, इन कक्षाओं तक स्कूल प्रबंधक कमेटी का गठन करने और डीडी पावर देने में रह गई खामियां तुरंत दूर किए जाने की मांग की। इससे पहले प्रतिनिधिमंडल ने मौलिक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक से भी मुलाकात की। उन्होंने बताया कि मिडिल हेड की जॉब प्रोफाइल विभाग द्वारा तैयार कराई जा रही है। जल्द ही उनकी शक्तियों और जिम्मेदारी तय कर दी जाएगी। दलबीर सिंह मलिक के अनुसार शिक्षा मंत्री लोकसभा चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया है। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कोषाध्यक्ष जसबीर सैनी, कुरुक्षेत्र के जिला प्रधान रमेश कौशिक, महासचिव अमर सिंह, प्यारे लाल शर्मा, पंचकूला के जिला प्रधान गुरजीत सिंह सैनी और यमुनानगर के जिला प्रधान रूप चंद शामिल रहे।
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