गरीब बच्चों को 134ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिले के दिलवाने के लिए 11 मई को लिए गए टेस्ट में हिस्सा लेने वाले बच्चों के दाखिले टेस्ट ना देने वाले बच्चों को मौका देने के चक्कर में लटकते नजर आ रहे हैं। इस विषय पर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बोलने से कतरा रहे हैं। फिलहाल अब देखना ये है कि रिजल्ट कब तक आता है और जो बच्चे टेस्ट देने से वंचित रहे उन्हेंं मौका मिल पाता है या नहीं। ज्यादा परेशान टेस्ट देने वाले बच्चोंं को हो रही है क्योंकि वे एडमिशन लेने की हालत में नहीं है और दूसरी तरफ जो बच्चे टेस्ट नहीं दे पाए उन्हे एडमिशन के लिए सोचने की ज्यादा जरूरत महसूस नहीं हो रही।
इस बारे में मुझे जानकारी नहीं
"वंचित बच्चों को मौका देने या ना देने के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मुझे फतेहाबाद में परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण के लिए नियुक्त किया गया था।"-- हरचरण सिंह छोकर, ज्वाइंट डायरेक्टर, शिक्षा विभाग।
परीक्षा न देने वालों की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी
"11 मई को जो बच्चे टेस्ट नहीं दे पाए थे उनकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी गई है। टेस्ट से वंचित रहे बच्चों को मौका मिलेगा या नहीं इस बारे में वे कुछ नहीं कह सकतीं। मुख्यालय के अधिकारी ही इस बारे में जानकारी दे सकते हैं।"--आशा ग्रोवर, डीईओ। dbftbd
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