लाडवा : आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सरकारी स्कूलों के लगभग 185 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने उनकी 9 से 30 जून तक बीएलओ की ड्यूटी लगाए जाने पर यहां बीडीपीओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने वोट बनाने वाली सामग्री लेने से भी इनकार कर दिया। बीएलओ शिक्षकों का कहना है कि उन्हें वर्ष में यह ग्रीष्मकालीन की लंबी छुट्टियां मिलती हैं, जिसमें वह अपने पारिवारिक या अन्य कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि महानिदेशक मौलिक शिक्षा विभाग ने भी सभी उपायुक्तों को पत्र लिखकर आदेश दिए हैं कि वह शिक्षकों से गैर अध्यापन कार्य न लें। उन्होंने कहा कि वह महानिदेशक के आदेशानुसार बीएलओ की ड्यूटी नहीं देंगे। परंतु बीडीपीओ कार्यालय पहुंचे एडीसी भाल सिंह बिश्रोई को शिक्षकों ने आश्वासन दिया कि छुट्टियों के बाद स्कूल ड्यूटी के दौरान बीएलओ की ड्यूटी देने को वह तैयार हैं। इस पर एडीसी ने शिक्षकों को उनकी मांगों से संबन्धित ज्ञापन देने को कहा। परंतु बीएलओ शिक्षक एडीसी को बिना ज्ञापन दिए कार्यालय से अपने घरों को लौट गए।
जब इस संबंध में एडीसी भालसिंह बिश्रोई से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर शिक्षक लिखित रूप मेें कुछ देते तो उसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज देते, परंतु शिक्षक बिना कुछ लिखित दिए चले गए। अब सरकार व उच्च अधिकारियों को शिक्षकों की रिपोर्ट भेज दी जाएगी कि न तो शिक्षकों ने विभाग द्वारा भेजा वोट बनाने संबंधी सामान ही लिया है और न ही किसी भी शिक्षक ने बैठक में भाग लिया है।
कुरुक्षेत्र (हप्र): बीएलओ का काम देख रहे अध्यापकों ने बीएलओ ड्यूटी न लगाने की मांग को लेेकर चुनाव तहसीलदार राजकुमार लोहान को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले अध्यापकों ने पंचायत भवन पर प्रदर्शन किया। ज्ञापन लेने पहुंचे चुनाव कानूनगो जगजीत सिंह, बीईईओ आरके लोहान ने अध्यापकों को समस्या का हल करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर धर्मवीर कौशिक, दिनेश सिंह, देवेंद्र सिंह, अभिषेक मिश्र, ओमप्रकाश, पवन कुमार, विनोद कुमार, नीरज कुमार, सुरेश कुमार, देवेंंद्र कुमार व संजय सहित अन्य अध्यापक मौजूद थे।
वोट कार्य से मुक्त किया जाये : बीएलओ
शाहाबाद मारकंडा : 115 बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) ने आज बैठक का बहिष्कार कर ड्यूटी देने में स्पष्ट रूप से अपनी असमर्थता जताई है। आज शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र के सभी 159 बूथों में से अधिकांश 115 बीएलओ ने निर्वाचन पंजीयन अधिकारी शाहाबाद द्वारा बुलाई बैठक का बहिष्कार किया और मिली जानकारी अनुसार एक हस्ताक्षारित मांगपत्र भी दिया जिसमें उन्होंने मांग की है कि वोट बनाने संबंधी कार्य से मुक्त किया जाए क्योंकि इससे स्कूलों में शैक्षणिक कार्य बुरी तरह से प्रभावित होता है। बी.एल.ओ. के रूप में ज्यादातर प्राथमिक अध्यापकों से कार्य लिया जा रहा है। एक वरिष्ठ अध्यापक नेता बी.एल.ओ. व संबंधित अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है। dt
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