चंडीगढ़ : प्रदेश के एडिड स्कूलों के कर्मचारी सरकारी स्कूलों में समायोजित होने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने बीते वर्ष गोहाना रैली में एडिड स्कूलों के कर्मचारियों को सरकारी स्कूलों में समायोजित करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक उस पर अमल नहीं हो पाया है। शिक्षा विभाग ने एडिड स्कूल कर्मचारियों को दो टूक कह दिया है कि तकनीकी दिक्कतों के कारण उनका समायोजन सरकारी स्कूलों में नहीं किया जा सकता।1शिक्षा विभाग के अधिकारियों के रवैये से एडिड स्कूल कर्मचारी खासे खफा हैं। हरियाणा प्रांत अध्यापक संघ के बैनर तले कर्मचारी नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर 38 दिन तक धरना भी दे चुके हैं। इस समय एडिड स्कूल कर्मचारियों का क्रमिक अनशन पंचकूला में शिक्षा निदेशालय के बाहर चल रहा है। बीते नौ अगस्त को कर्मचारियों ने आक्रोश रैली निकालते हुए गिरफ्तारियां दी थी, तब मुख्यमंत्री के प्रधान ओएसडी ने कर्मचारियों को वार्ता के लिए बुलाने का आश्वासन दिया था, मगर अभी तक बातचीत के लिए कोई न्योता नहीं आया है।अध्यापक संघ के अध्यक्ष रामभज व महासचिव राजेंद्र शर्मा ने बताया कि एडिड स्कूल कर्मचारियों के सब्र का बांध टूट चुका है। सरकार अपनी घोषणा से पलट रही है। इसलिए कर्मचारी 12 अगस्त को बैठक कर आगामी आंदोलन की रणनीति बनाएंगे। सोमवार को महासचिव राजेंद्र शर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर से भी मिला। उन्होंने कर्मचारियों को मुख्यमंत्री से बात करने व उनके हक की लड़ाई लड़ने का आश्वासन दिया है। dj
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