भिवानी : नए सत्र से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जाने वाली किसी भी परीक्षा में यदि सवाल पाठ्यक्रम से बाहर आएंगे तो विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। इतना ही नहीं, वे दोबारा परीक्षा कराने एवं ग्रेस मार्क देने की मांग भी कर सकेंगे।
परीक्षा के आठ दिन के भीतर विद्यार्थी बोर्ड से सीधे अपनी शिकायत कर सकेंगे, जिसे मार्किंग स्कीम तय करने वाली समीक्षा कमेटी को भेजा जाएगा। बोर्ड ने उक्त जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए स्कूलों को नए सत्र से ठीक पूर्व एक सरकुलर जारी किया है। फिलवक्त बोर्ड की परीक्षा में पाठ्यक्रम के बाहर से प्रश्न आने पर विद्यार्थी कुछ नहीं कर पाते हैं।
वे केवल अपने स्कूल के अध्यापक के समक्ष इसका उल्लेख करते नजर आते हैं। इस कारण उनके द्वारा दिए गए पेपरों का रिजल्ट आने पर उनके नंबर कम आते हैं और उन्हें इसका खमियाजा प्रतियोगी परीक्षा में उठाना पड़ता है।
ये आपत्तियां दर्ज करवा सकेंगे विद्यार्थी
विद्यार्थियों को शिकायत करने से पहले यह देखना होगा कि क्या तीन घंटे की परीक्षा के मुताबिक ज्यादा सवाल पूछे गए है या प्रश्न पाठ्यक्रम से बाहर से आए है। साथ ही प्रश्न पूछे जाने की भाषा कैसी है और क्या अनुवाद में कोई गड़बड़ तो नहीं है। हलवासिया विद्या विहार स्कूल के प्रशासक राजकुमार सैनी का कहना है उन्हें बोर्ड का पत्र मिल चुका है। बोर्ड द्वारा विद्यार्थियों को सहूलियत देने के यह सुविधा देने का फैसला लिया गया है। वह कहते है कि पहले केवल स्कूल ही शिकायत कर सकते थे, लेकिन अब अभिभावक एवं विद्यार्थी इसको लेकर शिकायत कर सकेंगे। साथ ही विद्यार्थी हर पेपर की शिकायत सीबीएसई के क्षेत्रीय कार्यालय एवं बोर्ड से सीधा पत्र भेजकर कर सकेंगे। dj
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