** नौकरी बचाने की लड़ाई : सरकार की तरफ से पहले शिक्षा मंत्री रामबिलास तो बाद में सीएम ने की बातचीत
** फिलहाल आंदोलन स्थगित, 10 अप्रैल तक करेंगे सरकार के कदम का इंतजार
** हक में कोई रिजल्ट सामने आने पर 11 को मीटिंग में बड़े संघर्ष का होगा ऐलान
करनाल : प्रदेशभर के गेस्ट टीचरों का आंदोलन मंगलवार को सरकार के आश्वासन पर स्थगित हो गया। शिक्षामंत्री मुख्यमंत्री के वादा निभाने के आश्वासन पर गेस्ट टीचर अपने घरों को लौट गए। साथ ही गेस्ट टीचरों ने कहा की 10 अप्रैल तक मांगों की दिशा में सरकार ने सार्थक पहल नहीं हुई तो 11 अप्रैल को हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंग में आगामी संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। संघ की कार्यकारिणी को चंडीगढ़ से लौटने में यह निर्णय लेने में दो घंटे का वक्त लग गया।
सरकार से नियमित करने की मांग को लेकर सेक्टर-12 के हुडा ग्राउंड में दूसरे दिन भी अतिथि अध्यापकों का पड़ाव उसी जोश खरोश के साथ कायम रहा। अतिथि अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी का सिलसिला जारी रखा। सुबह 7.55 पर बीडीपीओ सुमित चौधरी के साथ अतिथि अध्यापकों का शिष्टमंडल शिक्षामंत्री से वार्ता के लिए रवाना हुआ, जिसमें प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री के नेतृत्व में रघु शास्त्री, कुलदीप झरोली, कृष्ण धारसूल, पुष्पा शर्मा सुनीता देशवाल शामिल रही। शिष्टमंडल की वार्ता पहले शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा के साथ हुई। उसके बाद शिक्षामंत्री शिष्टमंडल को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पास ले गए। जहां पर शिक्षा आयुक्त टीसी गुप्ता और शिक्षा निदेशक एमएल कौशिक की मौजूदगी में बातचीत हुई।
पहली मीटिंग इसलिए दिया चांस :
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि ये सरकार अनुभवहीन है, जबकि अधिकारी गुमराह कर रहे हैं। सरकार के साथ यह पहली आधिकारिक मीटिंग थी। सबको लगा है कि वास्तव में सरकार सकारात्मक रूख अपना रही है। हालांकि वे इस पर विश्वास नहीं करते हैं, क्योंकि राजनीतिज्ञों की कोई जुबान नहीं होती है। फिर भी इनको एक चांस दिया जा रहा है। इसलिए आंदोलन को स्थगित किया जा रहा है। अगर ये अपनी बात से पलटते हैं तो इनका जमीर जाने।
धोखा किया और स्टंट खेला तो देंगे मुंहतोड़ जवाब :
सरकार को 10 अप्रैल तक का अल्टीमेटम देते हैं। 11 अप्रैल को राज्य कार्यकारिणी की बैठक में अगले बड़े आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा।
धरने पर कइयों को आए चक्कर
बिलासपुर की अध्यापिका नवीन को चक्कर आए गए, जिन्हें अध्यापिका साथियों द्वारा पंडाल से बाहर ले जाकर आराम दिलाया। इसके अलावा करनाल की अध्यापिका सीमा रानी के साथ आई उसकी बेटी वंशिका बेहोश हो गई।
हटाए गए 518 गेस्ट टीचरों को लेकर मीटिंग 30 को
अतिथि अध्यापकों में से हटाए गए 518 अतिथि अध्यापकों को नौकरी पर वापस लेने के लिए 30 मार्च को शिक्षा सदन चंडीगढ़ में शिक्षा निदेशक एमएल कौशिक के साथ अतिथि अध्यापक संघ की मीटिंग होना तय हुआ है। बैठक में संघ के पदाधिकारी अपना पक्ष रखेंगे और उनको नौकरी पर वापस लेने की वकालत करेंगे। शिक्षकों को नौकरी पर वापस लेना का फैसला हो सकता है।
अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री ने पंडाल में बताया कि उनके संघर्ष के सामने हरियाणा सरकार धराशाही हो गई है। बातचीत में शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने वादा निभाने की बात कही है। वादा जो जंतर-मंतर पर किया था।
सरप्लस नहीं : गुप्ता
"4073 शिक्षकों के सरप्लस होने का कोई एफिडेविट कोर्ट में नहीं दिया है। विभाग की तरफ से ऐसा प्रपोजल आया था। कोई सर्लस नहीं, कोई नहीं हटेगा।"-- टीसीगुप्ता
हर हाल में वादा निभाऊंगा : शर्मा
"हम स्थाई समाधान चाहते हैं। गेस्ट टीचरों के संबंध में कोर्ट के जो फैसले हैं, उनकी भी समीक्षा की जा रही है। शिक्षकों के बहुत से पद रिक्त हैं। 10 साल पुराने गेस्ट टीचरों को नियमित भर्ती में वेटेज मिलेगी और आयु सीमा में भी छूट मिलेगी। सरकार को गेस्ट टीचरों की परवाह और टीचरों का भी सरकार में विश्वास है। जहां तक मेरे वादे की बात है, मैं उससे मुकरा नहीं हूं और हर हाल में निभाऊंगा।"-- रामबिलासशर्मा db
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