हिसार : अतिथि अध्यापकों ने भाजपा सरकार की वादा खिलाफी पर रोष जताते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और शिक्षा विभाग के वित्तायुक्त टीसी गुप्ता का पुतला जलाया। रोजगार बचाने के लिए अध्यापकों को रोडवेज यूनियन का समर्थन मिल गया है। यूनियन ने सरकार को चेताया कि अगर अतिथि अध्यापकों को हटाया तो चक्का जाम कर देंगे। पंद्रह हजार अध्यापक नहीं बल्कि परिवारों को निवाला नहीं छीनने दिया जाएगा।
अतिथि अध्यापकों ने आर-पार की लड़ाई का एलान करते हुए कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक स्कूल और परीक्षाओं का बहिष्कार रखेंगे। शुक्रवार से कक्षा छठी से आठवीं तक की परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। इसका हरियाणा में पूर्ण बहिष्कार रहेगा। अतिथि अध्यापक संघ के प्रवक्ता अजय लोहान ने बताया कि भाजपा सरकार ने अध्यापकों के साथ वादा खिलाफी की है। इसलिए क्रांतिमान पार्क में इकट्ठे होकर अध्यापकों ने रोष प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के साथ-साथ शिक्षा विभाग के वित्तायुक्त का पुतला भी जलाया है। इस दौरान सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। सरकार को चेतावनी दी कि भले ही जान चली जाए लेकिन अपना रोजगार छीनने नहीं देंगे।
लोहान ने बताया कि आगामी कठोर निर्णय के लिए शुक्रवार को जींद में स्टेट बॉडी की आपातकालीन बैठक बुलाई है। इसमें आंदोलन की आगामी रणनीति तैयार की जाएगी। अध्यापकों का आरोप है कि शिक्षा विभाग व सरकार ने साजिश के तहत कोर्ट को गुमराह किया है क्योंकि टीसी गुप्ता ने कोर्ट में हलफनामा देते हुए बताया कि चार हजार मास्टर को वर्कलोड व सरप्लस अतिथि अध्यापकों को 11 मार्च को हटाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा है। 30 अप्रैल तक सभी जेबीटी अतिथि अध्यापकों को हटाने व 4 महीनों में सभी अतिथि प्राध्यापकों को हटाने का हलफनामा दिया है। dj
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