चंडीगढ़ : हरियाणा में कर्मचारी खासकर शिक्षक आंदोलन बढ़ते जा रहे हैं। नौकरी से निकाले जाने से खफा अतिथि अध्यापकों के बाद अब करीब दस हजार नवचयनित जेबीटी शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यह शिक्षक चयन के बावजूद नियुक्ति पत्र नहीं दिए जाने से नाराज हैं और उन्होंने 29 मार्च को सीएम सिटी करनाल में आरपार की लड़ाई लडने का एलान कर दिया है।
अतिथि अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा से वार्ता के बाद हालांकि अपना आंदोलन फिलहाल स्थगित कर दिया, लेकिन अब 9870 नवचयनित जेबीटी शिक्षकों ने मोर्चा संभाल लिया। दरअसल, यह शिक्षक अपनी नियुक्ति में हो रही देरी की वजह वर्तमान भाजपा सरकार के सुस्त रवैये को मान रहे हैं, जिसके चलते चयनित शिक्षक आंदोलन करने को मजबूर हुए हैं। पात्र अध्यापक संघ के संयोजक पवन चमारखेड़ा ने बताया कि सरकार द्वारा उनकी नियुक्ति में अपनाए जा रहे सुस्त रवैये के विरोध में 29 मार्च को करनाल के सेक्टर 32 स्थित हुडा ग्राउंड में आंदोलन किया जाएगा।
इसके तहत प्रदेश स्तरीय महा न्याय पंचायत का आयोजन होगा, जिसके लिए प्रदेश भर के सभी खाप प्रतिनिधियों, ग्राम पंचायतों व सामाजिक संगठनों के साथ साथ विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है।
पवन ने बताया कि जेबीटी भर्ती का परिणाम आए हुए आठ माह से अधिक समय बीत चुका है तथा कोर्ट के निर्देशानुसार भिवानी में जो तकनीकी जांच का कार्य शुरू किया गया था, वह भी पूरा हो चुका है। लेकिन सरकार इन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के बारे में गंभीर नहीं है। dj
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