सोनीपत : राजकीय स्कूलों में भले ही बायोमैट्रिक हाजिरी सिस्टम सफलता से दूर रहा हो, लेकिन शिक्षा विभाग अपने इस कदम से पीछे हटने को तैयार नहीं है बल्कि विभाग की ओर से इसमें एक कदम और आगे बढ़ाते हुए नए सत्र से आईटीआई में हाजिरी बायोमैट्रिक सिस्टम से लगाने का फैसला किया गया है।
इस संदर्भ में हरियाणा औद्योगिक प्रशिक्षण निदेशालय ने विंग स्तर पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारियों ने मशीनें मंगवाने का प्रपोजल तैयार किया है। इस बाबत सभी विंगों के प्रिंसिपलों से पूछा गया है कि उन्हें कितनी मशीनों की जरूरत है। तब तक संस्थान विद्यार्थियों के कोड बनाएगा। ये काम पूरा करने के बाद मशीनें लगाने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे।
अब नहीं चलेगा कॉलेज बंक करना :
विद्यार्थी सुबह की हाजिरी के बाद कक्षाओं से गायब नहीं हो पाएंगे और विद्यार्थियों की जानकारी सीधे निदेशालय स्तर पर भी अपडेट होगी
स्टाफ के लिए पहले से
आईटीआई में विद्यार्थियों को पढ़ाने वाले अनुदेशकों की हाजिरी पहले से ही बायोमेट्रिक मशीनों में लगाई जा रही है। लेकिन अब विद्यार्थियों के लिए भी यह व्यवस्था करने की कवायद शुरू हो गई है। बायोमेट्रिक मशीन की हाजिरी की नियमित रूप से मॉनिटरिंग भी निदेशालय स्तर पर अधिकारी करेंगे।
अभी है मैनुअल सिस्टम
विंग इंचार्ज मैनुअल तरीके से भी रोजाना दिन में दो बार विद्यार्थियों की हाजिरी लेता है। प्रार्थना सभा के बाद कक्षा में हाजिरी सुनिश्चित की जाती है और फिर दोपहर बाद लंच ब्रेक के बाद फिर से कक्षा में हाजिरी होती है। इससे उपस्थिति का रिकार्ड तो नियमित होता ही है, साथ ही फरलो मारने वाले विद्यार्थियों पर भी कड़ी नजर रख पाना संभव हो पाता है।
रोल नंबर के साथ हर विद्यार्थी को मिलेगा कोड
आईटीआई के प्रत्येक विद्यार्थी को उसकी कक्षा के रोल नंबर से ही नहीं, बल्कि उसे अलग से कोड नंबर से भी जाना जाएगा। इसी कोड के हिसाब से बायोमेट्रिक मशीन में उसकी रोजाना उपस्थिति भी सुनिश्चित होगी। आईटीआई में करीब 12सौ से अधिक विद्यार्थी हैं, इनका कोड बनाने के लिए व्यापक स्तर पर काम जल्द ही शुरू किया जाएगा। db
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