** सीआरपी पर आयोजित सेमिनार में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता ने की शिरकत
रोहतक : कक्षा तत्परता कार्यक्रम के तहत शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के टैगोर सभागार में सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें पांच जिलों के स्कूल प्राचार्य, हेड मास्टर, जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। सेमिनार में मुख्यातिथि के रूप में हरियाणा स्कूल शिक्षा के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता ने शिरकत की, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में उनके साथ अतिरिक्त सचिव नरेश नरवाल व सुमेधा कटारिया ने भाग लिया। सेमिनार की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त अमित खत्री ने की।
कक्षा तत्परता अभियान पर आधारित सेमिनार का शुभारंभ मुख्यातिथि टीसी गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए अपने अनुभव सबके साथ सांझा किए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में जितने भी शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं उन्हें भरने के लिए जल्द ही भर्तियां खोली जाएंगी और शिक्षकों की कमी को पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही जिन शिक्षकों की पदोन्नति में दिक्कत आ रही थी, उनकी पदोन्नति भी जल्द ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की सभी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। शिक्षा का स्तर उठाने के लिए कक्षा तत्परता कार्यक्रम की अहम भूमिका होती है। शिक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोताही सहन नहीं की जाएगी। अगर किसी भी शिक्षक या अधिकारी की और से कोई लापरवाही की शिकायत मिली तो उसे बख्शा नहीं जाएगा और जो शिक्षक या अधिकारी अच्छा काम करेगा उसे सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीआरपी के तहत सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर जो शिक्षा दी जा रही है वह सराहनीय है।
स्कूली शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता ने सेमिनार के दौरान रोहतक कमीशनरी के सभी जिलों से 24-24 स्कूलों का चयन करने के निर्देश दिए, जिनका डाटा दाखिला प्रक्रिया के समय आनलाइन अपडेट रखा जाएगा। इसकी रिपोर्ट लगातार शिक्षा निदेशालय में भेजनी होगी। अगर इस कार्य में कोई लापरवाही हुई तो उसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शुरुआती तौर पर 24 स्कूलों का चयन करना है। अगर यह योजना सफल होती है तो आगे जिले के सभी स्कूलों में यह प्रक्रिया लागू की जाएगी। इस मौके पर अतिरिक्त सचिव सुमेधा कटारिया ने स्कूल प्राचार्यों व हेड मास्टरों को एपीएआर के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अध्यापक साल के अंत में अपनी जो रिपोर्ट भरकर भेजते है, उसे वह अच्छी प्रकार बनाकर भेजे। वहीं, अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि सीआरपी जैसे कार्यक्रम सरकारी स्कूलों में पहले कभी नहीं सुने। सीआरपी के तहत होने वाली गतिविधियां केवल प्राइवेट स्कूलों में ही होती थी। सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर यह योजना चलाना काफी सराहनीय है।
सेमिनार के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी सत्यवती नांदल ने सीआरपी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कक्षा तत्परता कार्यक्रम के तहत डेढ़ माह में बच्चों की विभिन्न गतिविधियां करवाई जाती हैं, जिसमें बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाना, कबाड़ से जुगाड़ की चीजें बनवाना, खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाना, बच्चों की जिज्ञासा बढ़ाने के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं करवाना, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना आदि शामिल है। इस अवसर पर रोहतक, झज्जर, पानीपत, करनाल व सोनीपत के जिला शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, डीपीसी, स्कूल प्राचार्य व हैड मास्टर आदि मौजूद रहे।
सीआरपी के तहत 16 स्कूलों ने लगाई प्रदर्शनी
सेमिनार के दौरान सीआरपी के अंर्तगत हुए कार्यक्रमों पर आधारित 16 स्कूलों ने प्रदर्शनी लगाई, जिसमें उन्होंने चार्ट, मॉडल व अन्य सामग्री द्वारा दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। प्रदर्शनी लगाने वाले स्कूलों में मुख्य रूप से राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय माडल टाउन, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बैंसी, राजकीय कन्या हाई स्कूल चुलियाना, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेरड़ी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घरौंठी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बहुअकबरपुर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करौंथा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला फरमाणा सहित अन्य स्कूल शामिल हुए। मुख्यातिथि ने प्रदर्शनी की सराहना की और इसे लगाने वाले छात्रों व शिक्षकों को बधाई दी। dj
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