चंडीगढ़ : हरियाणा के 2622 लैब सहायकों की छुट्टी होने के बाद अब राज्य के करीब तीन हजार कंप्यूटर शिक्षकों का हटना तय है। प्रदेश सरकार ने जून में कंप्यूटर शिक्षकों की नए सिरे से भर्ती होने का ऐलान कर मौजूदा कंप्यूटर शिक्षकों को हटाने का संकेत दे दिया है।
करीब ढ़ाई हजार स्कूलों में तैनात तीन हजार कंप्यूटर शिक्षक बकाया वेतन दिलाने, निजी कंपनियों द्वारा वसूल की गई सिक्योरिटी वापस दिलाने और उन्हें शिक्षा विभाग में नियमित पदों पर समायोजित करने की मांग लंबे समय से करते चले आ रहे हैं। पिछली हुड्डा सरकार के दौरान से चल रहे कंप्यूटर शिक्षकों के आंदोलन को भाजपा नेताओं ने पूरा समर्थन दिया था, लेकिन अब उनकी नियुक्तिों में कानूनी पेंच होने की बात कही जा रही है। सरकार ने इन कंप्यूटर शिक्षकों के बकाया वेतन के लिए 71 करोड़ रुपये आज जारी कर दिए हैं। 2852 कंप्यूटर अध्यापकों को 13 महीने के वेतन व कंपनी द्वारा 25-25 हजार रुपये ली गई प्रतिभूति लौटाई जाएगी। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने आज इसका ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि बुधवार को ही 71 करोड़ रुपये की राशि जारी की चुकी है। उन्होंने बताया कि जून माह में सरकार कंप्यूटर अध्यापक फिर रखेगी और इन अध्यापकों को अनुभव का भी लाभ लेगी।
शिक्षा मंत्री के इस बयान से साफ है कि मौजूदा कंप्यूटर शिक्षकों को समायोजित नहीं किया जाएगा। उन्हें नई नियुक्ति में लाभ जरूर दिया जा सकता है। प्रदेश के 2622 लैब सहायकों का अनुबंध राज्य सरकार 25 अप्रैल 2015 को खत्म कर चुकी है। इन लैब सहायकों ने करनाल में सीएम निवास पर प्रदर्शन कर अपना विरोध भी दर्ज करा दिया है। दूसरी तरफ प्रदेश के 15 हजार अतिथि अध्यापक अपने परिवार व बच्चों के साथ शुक्रवार को सीएम सिटी करनाल में महापड़ाव डालेंगे। अतिथि अध्यापक अपना रोजगार बचाने के लिए आंदोलन पर उतारू हैं। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.