फतेहाबाद : आमतौर पर सभी सरकारी स्कूलों में प्रवेश द्वार पर मोटे अक्षरों में लिखा होता है- शिक्षार्थ आइये, सेवार्थ जाइये। बोर्ड परीक्षा परिणाम ने विभाग के इस स्लोगन को कुछ यूं परिभाषित किया है-शिक्षार्थ आइये, बड़ा-सा शून्य लेकर जाइये। सूरतेहाल को बयां करता रतिया खंड का एक गांव है लधुवास। यहां दसवीं कक्षा में 18 बच्चे थे। सभी फेल हो गए।
12वीं कक्षा में 12 में से 5 बच्चे पास हुए हैं। इसी खंड का गांव है, एमपी सोत्तर। यहां दसवीं के 53 में से सिर्फ 3 बच्चे पास हुए हैं। इसी तरह फतेहाबाद के गांव बनगांव के स्कूल में दसवीं में कुल 38 बच्चे थे। उनसे में अभी तक कोई पास नहीं हुआ। 5 बच्चों का रिजल्ट लेट है।
स्कूल प्रशासन सोच रहा है कि शायद कोई चमत्कार हो जाए और बाकी बच्चे पास हो जाएं। तकरीबन हर खंड में एक या दो स्कूल हैं, जिनमें सफाया ही हो चुका है। दूसरी स्थिति ये है कि विभाग अभी तक सोया ही हुआ है। परिणाम आए पांच दिन हो चले हैं। स्कूल मुखियाओं से लेकर डीईओ तक को नहीं पता कि जिले में परीक्षा परिणाम की स्थिति क्या है। 7 मई की परिणाम आया था। फेल हुए सैकड़ों बच्चे सरकारी स्कूल छोड़कर प्राइवेट की तरफ रुख कर चुके हैं।
ग्राउंड रिपोर्ट : क्यों खराब आया रिजल्ट
इस स्कूल में हंिदूी व साइंस का शिक्षक ही नहीं है। अंग्रेजी का गेस्ट लेक्चरर है। शिक्षकों ने कहा कि जिन विषयों के शिक्षक हैं, उनमें अच्छा परिणाम है। बच्चे गणित व अंग्रेजी में ज्यादा कमजोर हैं। दो विषयों में फेल होने पर बाकी शिक्षकों की मेहनत पर पानी फिर गया। इसी वजह से 53 में 3 बच्चे पास हुए हैं।
सरकारी स्कूल छोड़ गए कई बच्चे
फेल हुए बच्चे प्राइवेट स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं। लधुवास के एक अभिभावक ने बताया कि उसने अपने बेटे का निजी स्कूलों में दाखिला करवा दिया है। निजी स्कूलों में खर्चे बहुत हैं, लेकिन साल खराब करने से तो बेहतर है। एमपी सोत्तर स्कूल में 50 बच्चे फेल हुए थे। उनमें से अभी पांच बच्चे दोबारा नाम दर्ज करवाने आए हैं।
मांगी है जानकारी : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. यज्ञदत्त वर्मा ने कहा कि हमने सभी स्कूलों से परिणाम संबंधी जानकारी मांगी हुई है। सभी बीईओ की ड्यूटी लगाई हुई है। वे स्कूल वाइज जानकारी भेजेंगे।
हमें तो जानकारी नहीं : बीईओ
फतेहाबाद के बीईओ कुलदीप सिहाग ने कहा कि स्कूलों से जानकारी मिली नहीं है। कल तक आएगी। यही बात टोहाना के बीईओ रोशन लाल व भट्टूकलां के बीईओ भागीरथ ने कही है। बोले, हमें अभी तक पूरी जानकारी नहीं है।
रिजल्ट का पता नहीं : प्राचार्य
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य ज्योति माचरा का कहना है कि मेरे स्कूल के परिणाम की मुङो सही जानकारी नहीं है। मैं खुद अभी बाहर हूं, जबकि डाटा में स्कूल में ही है। देखकर ही बता सकती हूं। dj
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