जींद : प्रदेश के अधिकतर सरकारी स्कूलों के शिक्षक इन दिनों 10वीं व
12वीं कक्षा की चल रही बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी देने में व्यस्त हैं,
ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। खास तौर पर विषयों से संबंधित
पढ़ाई नहीं हो पा रही है, दूसरी तरफ विभाग ने अक्टूबर माह की मासिक
परीक्षाओं की तिथियां घोषित कर परेशानी खड़ी कर दी है। 1एक तरफ जहां
स्कूलों में शिक्षक नहीं है और बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही तो बच्चे
अक्टूबर में किसकी परीक्षा देंगे। यह परीक्षा आगामी 23 अक्टूबर को होनी है
जबकि बोर्ड की परीक्षाएं 21 अक्टूबर तक चलनी है। ऐसे में शिक्षकों के पास
बच्चों को पढ़ाने का मात्र एक ही दिन रह जाएगा और ऐसे में क्या अक्टूबर माह
का पूरा सिलेबस एक दिन में पूरा करवाकर उसकी परीक्षा ली जाएगी। सरकारी
स्कूलों के शिक्षक इन दिनों हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से
आयोजित 10वीं व 12वीं कक्षा की प्रथम व द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं
लेने में व्यस्त हैं। यह परीक्षाएं पंचायत चुनाव टलने की वजह से 29 सितंबर
से शुरू हो गई थी। इसमें सीएंडवी, मास्टर व लेक्चरार की ड्यूटी लगी हुई है।
कहीं-कहीं जेबीटी शिक्षकों से भी ड्यूटी ली गई है। ऐसे में हजारों शिक्षक
परीक्षाएं ले रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ अब शिक्षा निदेशालय ने पहली से
आठवीं कक्षा के लिए परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा कर दी है। यह परीक्षाएं
23 अक्टूबर से शुरू होंगी जबकि बोर्ड की परीक्षाएं 21 अक्टूबर तक जारी
रहेंगी।
ऐसे में शिक्षकों की ड्यूटियां फिर से लगेंगी। ऐसे में क्या संभव
है कि बिना पढ़ाई करे बच्चे अबकी बार परीक्षा कैसे दे पाएंगे जबकि उनको
पढ़ाने वाले शिक्षकों की ड्यूटियां परीक्षाओं में लगी हुई है और वह 21
अक्टूबर शाम को परीक्षाओं से रिलीव होंगे, ऐसे में क्या एक दिन में शिक्षक
बच्चों की परीक्षाओं के लिए सिलेबस कवर करवा सकेंगे। यही नहीं बोर्ड
परीक्षाएं खत्म होने के साथ ही कुछ ही दिन में उनका मूल्यांकन भी शुरू
होगा।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के प्रेस सचिव भूप सिंह वर्मा का कहना है कि एक तरफ बोर्ड की परीक्षाएं चल रही है। उसमें शिक्षकों की ड्यूटियां होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है। वहीं अब विभाग ने मासिक परीक्षाओं का शेडयूल जारी कर दिया है। ऐसे में जब बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है तो वह परीक्षाएं किस तरह से देंगे। विभाग को इस तरफ सोचना चाहिए और डेटशीट में बदलाव करना चाहिए।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के प्रेस सचिव भूप सिंह वर्मा का कहना है कि एक तरफ बोर्ड की परीक्षाएं चल रही है। उसमें शिक्षकों की ड्यूटियां होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है। वहीं अब विभाग ने मासिक परीक्षाओं का शेडयूल जारी कर दिया है। ऐसे में जब बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है तो वह परीक्षाएं किस तरह से देंगे। विभाग को इस तरफ सोचना चाहिए और डेटशीट में बदलाव करना चाहिए। dj
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