** शिक्षा विभाग का दावा, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से होगी अध्यापक पात्रता परीक्षा
चंडीगढ़ : 14 और 15 नवंबर को होनी वाली अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) के निष्पक्ष होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सैकड़ों परीक्षार्थियों के उन्हीं स्कूलों में सेंटर बना दिए गए हैं, जिनमें वह पढ़ा रहे हैं। शिक्षा विभाग की दिक्कत यह है कि वह ऐसे परीक्षार्थियों को चिह्न्ति नहीं कर पाया है, जिस कारण परीक्षा के निष्पक्ष होने पर सवाल उठने तय हैं। इन विद्यार्थियों ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है कि वे कहां पर पढ़ा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता एवं भाकियू के प्रांतीय प्रवक्ता राकेश कुमार ने बताया कि हजारों लोग ऐसे हैं जिनके परीक्षा केंद्र उन्हीं स्कूलों में बना दिए गए हैं जिनमें वह पहले से पढ़ा रहे हैं। इन स्कूलों में स्टाफ भी वही तैनात है, जो परीक्षार्थी के साथ पहले से पढ़ाता चला आ रहा है। ऐसे में नकल रहित परीक्षा की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। दूसरी तरफ शिक्षा विभाग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण परीक्षा का दावा किया है। परीक्षा के लिए प्रदेश में 625 केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिसमें से 568 केंद्र पैन आधारित परीक्षा के लिए तथा 57 केंद्र कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए हैं। प्रदेश में पहली बार कंप्यूटर आधारित केंद्र स्थापित किए गए हैं। परीक्षा में 4.60 लाख विद्यार्थी भाग ले रहें हैं, जिनमें जेबीटी के 1.44 लाख विद्यार्थी, टीजीटी के 1.81 लाख और पीजीटी के 1.37 लाख विद्यार्थी शामिल हैं। इस वर्ष राज्य सरकार ने आठ जिलों भिवानी, झज्जर, रोहतक, जींद, मेवात, पलवल, सिरसा और महेंद्रगढ़ में यह परीक्षा आयोजित करवाने का निर्णय लिया है। पिछली सरकार द्वारा इन क्षेत्रों में परीक्षा आयोजित नहीं करवाई गई थी। इस निर्णय से विशेष रूप से उन महिला उम्मीदवारों को लाभ मिलेगा, जिन्हें अपने गृह जिलों में केंद्र आवंटित किए गए हैं। dj
चंडीगढ़ : 14 और 15 नवंबर को होनी वाली अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) के निष्पक्ष होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सैकड़ों परीक्षार्थियों के उन्हीं स्कूलों में सेंटर बना दिए गए हैं, जिनमें वह पढ़ा रहे हैं। शिक्षा विभाग की दिक्कत यह है कि वह ऐसे परीक्षार्थियों को चिह्न्ति नहीं कर पाया है, जिस कारण परीक्षा के निष्पक्ष होने पर सवाल उठने तय हैं। इन विद्यार्थियों ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है कि वे कहां पर पढ़ा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता एवं भाकियू के प्रांतीय प्रवक्ता राकेश कुमार ने बताया कि हजारों लोग ऐसे हैं जिनके परीक्षा केंद्र उन्हीं स्कूलों में बना दिए गए हैं जिनमें वह पहले से पढ़ा रहे हैं। इन स्कूलों में स्टाफ भी वही तैनात है, जो परीक्षार्थी के साथ पहले से पढ़ाता चला आ रहा है। ऐसे में नकल रहित परीक्षा की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। दूसरी तरफ शिक्षा विभाग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण परीक्षा का दावा किया है। परीक्षा के लिए प्रदेश में 625 केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिसमें से 568 केंद्र पैन आधारित परीक्षा के लिए तथा 57 केंद्र कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए हैं। प्रदेश में पहली बार कंप्यूटर आधारित केंद्र स्थापित किए गए हैं। परीक्षा में 4.60 लाख विद्यार्थी भाग ले रहें हैं, जिनमें जेबीटी के 1.44 लाख विद्यार्थी, टीजीटी के 1.81 लाख और पीजीटी के 1.37 लाख विद्यार्थी शामिल हैं। इस वर्ष राज्य सरकार ने आठ जिलों भिवानी, झज्जर, रोहतक, जींद, मेवात, पलवल, सिरसा और महेंद्रगढ़ में यह परीक्षा आयोजित करवाने का निर्णय लिया है। पिछली सरकार द्वारा इन क्षेत्रों में परीक्षा आयोजित नहीं करवाई गई थी। इस निर्णय से विशेष रूप से उन महिला उम्मीदवारों को लाभ मिलेगा, जिन्हें अपने गृह जिलों में केंद्र आवंटित किए गए हैं। dj
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