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Friday, 6 November 2015

परीक्षा परिणाम के भूत से डर..अब ‘भूत’ से ही उम्मीद

** उत्तरपुस्तिका में लिखे नोट
झज्जर : परीक्षा की तैयारी अच्छी नहीं रही, अब परीक्षा परिणाम का भूत सता रहा है। ऐसे में परीक्षार्थी भूत का सहारा लेकर गुरुजी को डरा भी रहे हैं और उन्हें अच्छे नंबर देने की गुहार भी लगा रहे हैं। कोई बीमारी का बहाना रहा है तो किसी को शादी के बाद ससुराल वालों के तानों का डर सता रहा है। सबकी चाह वही कि बिना अतिरिक्त मेहनत के कैसे परीक्षा में अच्छे अंक ला सकें। इसके लिए उनके पास बहानों की लंबी कतार भी है। पर गुरुजी न उनके बहानों से प्रभावित हो रहे हैं न चिकनी चुपड़ी बातों से।
हरियाणा बोर्ड की सेमेस्टर परीक्षाओं के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य जारी है। झज्जर में भी परीक्षा केंद्र पर मूल्यांकन का कार्य तेजी से चल रहा है। मूल्यांकन के दौरान यह रोचक तथ्य सामने आ रहे हैं। पास होने की जुगत में परीक्षार्थियों ने उत्तर पुस्तिकाओं पर तरह-तरह के बहाने लिख छोड़े हैं। बारहवीं कक्षा की हंिदूी विषय की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों की तरफ से उत्तर पुस्तिकाओं में कुछ अजब बहाने लिखे हैं। इतना ही नहीं किसी ने गरीबी का बहाना लेकर तो किसी ने पिता को बीमार बता कर उत्तर पुस्तिकाओं में नोट लिखे हुए हैं। कुछ ने तो अपने मोबाइल नंबर तक उत्तर पुस्तिकाओं में लिखे हुए हैं। 
शिक्षा बोर्ड की तरफ से बारहवीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए शहर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। मूल्यांकन केंद्र पर बोर्ड की तरफ से 43920 उत्तर पुस्तिकाएं विभिन्न विषयों की भेजी गई थी। यह कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। अब तक 42740 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच पूरी हो चुकी है।
लिख दिया चुटकुला
किसी ने तो उत्तर के स्थान पर शेर व चूहे का चुटकुला ही लिख डाला। लिखा है कि एक बाइक पर तीन चूहे जा रहे थे। रास्ते में शेर ने रोक कर कहा, मुङो भी बाइक पर बैठा लो। लेकिन उन्होंने मना कर दिया और कहा कि तेरी मां ने देख लिया तो कहेगी कि तूं गुंडों के साथ घूम रहा था। 
एक विद्यार्थी ने तो लिखा है कि स्कूलों में व्यावहारिक शिक्षा पूरी तरह से नहीं दी जा रही है। उसने लिखा एक दुकान पर बैठा आठवीं में पढ़ने वाला बच्चा हिसाब उनसे अधिक जल्दी बता सकता है तो ऐसी शिक्षा का क्या फायदा।
"बारहवीं कक्षा की हंिदूी विषय की कुछ उत्तरपुस्तिकाओं में विद्यार्थियों की तरफ से उन्हें पास करने के लिए व अच्छे नंबर देने के लिए नोट डाले गए हैं। कुछ ने मोबाइल नंबर तक दिए हुए हैं। इसकी जानकारी बोर्ड को दे दी गई है। उत्तर पुस्तिका पर किसी भी प्रकार की पहचान या मोबाइल नंबर लिखना बोर्ड के नियम के विरुद्ध है।"-- रणबीर सिंह कादियान, प्राचार्य एवं इंचार्ज मूल्यांकन केंद्र, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, झज्जर।                                                                            dj



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