नई दिल्ली : सीए कोर्स के पाठ्यक्रम में बदलाव किया जा रहा है।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) का कहना है कि
विद्यार्थियों को न सिर्फ देश बल्कि विश्व की जरूरतों को देखते हुए
प्रशिक्षित किया जाएगा।
आइसीएआइ ने सीए कोर्स के लिए संशोधन योजना तैयार
की है। अब सीपीटी की जगह पहला स्तर फाउंडेशन कोर्स का होगा। इस कोर्स के
लिए दसवीं नहीं बल्कि बारहवीं के बाद छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
फाउंडेशन कोर्स पास करने के बाद इंटरमीडिएट कोर्स के लिए रजिस्टेशन होगा।
आठ महीने का स्टडी कोर्स पूरा करने के बाद इंटरमीडिएट के किसी एक समूह में
पास होना जरूरी होगा। इसके बाद प्रैक्टिकल ट्रेनिंग से पहले सूचना
प्रौद्योगिकी व अन्य आवश्यक स्किल्स पर आधारित चार सप्ताह का इंटीग्रेटेड
कोर्स पूरा करना होगा। दूसरे स्तर पर इंस्टीट्यूट छात्रों को सीधे
इंटरमीडिएट कोर्स में दाखिला देगा। स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर 55 फीसद
अंक व अन्य स्ट्रीम में स्नातक व स्नातकोत्तर में 60 फीसद अंक पाने वाले व
कंपनी सेक्रेटरी का इंटरमीडिएट स्तर पास कर चुके छात्रों को आइसीएआइ में
सीधे दाखिला मिलेगा। आइसीएआइ अध्यक्ष सीए एम देवराजा रेड्डी ने बताया कि
कंपनी कार्य मंत्रलय की अंतिम मुहर का इंतजार है।
देशभर में खोजा जाएगा कॉमर्स का टैलेंट
देशभर से कॉमर्स के टैलेंट को खोजने के लिए आइसीएआइ ने कॉमर्स विजार्ड (टैलेंट सर्च टेस्ट) आयोजित करने की घोषणा की है। दिसंबर 2016 व जनवरी 2017 में दो स्तरों पर होने वाला यह टेस्ट ऑनलाइन व पेन-पेंसिल आधारित होगा। विजेता को एक लाख रुपये तक का पुरस्कार दिया जाएगा।
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