झज्जर: राजकीय स्कूलों में जुलाई माह बीत जाने के बाद भी कम्पयूटर शिक्षा प्रारम्भ न होना चिंता का विषय है। सितंबर में पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं आरंभ हो जाती हैं, जबकि स्कूलों में अभी तक कंप्यूटर शिक्षक नहीं रखे जा सकें हैं। हालांकि शिक्षा मंत्री यह मानती हैं कि यह चिंता का विषय है, मगर वे कहती हैं कि जैसे ही फाइल वित्त विभाग से क्लीयर होगी, शिक्षकों की नियुक्ति हो जाएगी। वे कहती हैं कि कम्पयूटर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और कम्पयूटर लैबस भी पूरी तरह से तैयार की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि फाईनेंस की कमी के चलते कुछ देरी हुई है परन्तु जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। उधर, कम्प्यूटर शिक्षक न होने के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। विद्यार्थियों का कहना है कि चार माह बीत गये है परन्तु अभी तक कम्प्यूटर की कक्षाएं शुरू नहीं हो पा रही है। राजकीय स्कूलों में बनी कम्प्यूटर लैबस सफेद हाथी साबित हो रही है। बिना कम्पयूटर शिक्षकों के यह लैब धूल फांक रही हैं। स्कूलों में कम्पयूटर लैब्स को देखकर ऐसा लगता है जैसे कम्पयूटर लैब्स शिक्षकों का इंतजार कर रही हो। हालांकि शिक्षा मंत्री खुद मानती है कि नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने के कई माह बीत जाने के बाद भी कम्पयूटर शिक्षा शुरू न होना चिंता का विषय है।
इस संबंध में शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा कि कम्प्यूटर शिक्षा प्रारम्भ न होना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और कम्प्यूटर लैब्स भी पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि फाईनेंस की कमी के चलते कुछ देरी हुई है, परन्तु जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। ..dt
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