भट्टू (फतेहाबाद) : बच्चे शिक्षा ग्रहण के लिए स्कूल में आएं और यहां पढ़ाई की जगह पूरी कक्षा को सुला दिया जाए ताकि वे शोर ना करें। यह है गांव सुलीखेड़ा का अनोखा स्कूल..और अजब हैं यहां के शिक्षक। विद्या के इस मंदिर के पुजारी (शिक्षकों) के पास बच्चों की पढ़ाई के अलावा अन्य सब कार्य में व्यस्त है। इन सोते हुए बच्चों को देखकर लगता है जैसे देश का भविष्य ही सो गया हो। टीम शुक्रवार को अचानक स्कूल में पहुंची तो कक्षाओं में बच्चे सोते हुए मिले और किसी भी कक्षा में कोई शिक्षक नहीं दिखाई दिया। विद्यालय की पहली व चौथी कक्षा के छात्र कक्षाओं में ही सोते मिले। अजब बात यह है कि इस स्थिति पर आज तक न तो अभिभावकों व गांव के प्रतिनिधियों की स्कूल प्रबंधन स्थिति की नजर पड़ी और न ही किसी आला अधिकारी ने स्कूल की स्थिति की और झांका। नतीजा बच्चे स्कूल आते हैं, मस्ती करते हैं, मिड डे मील खाते हैं और कक्षा में ही सो जाते हैं। इन कक्षाओं से अध्यापक भी गायब थे। अव्यवस्था का आलम ये रहा कि अध्यापक की देख-रेख के बिना मिड डे मील भी पकाया जा रहा था। बच्चों से पूछा गया तो वह एक ही बात बोले कि स्टाफ के सदस्य ने सोने के लिए कहा था। स्कूल के इन्चार्ज महेंद्र सिंह से इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बच्चों के कक्षा में सोने की बात स्वीकारी, लेकिन अव्यवस्था की बात से इंकार कर दिया।
क्या कर रहे हैं शिक्षक :
गांव सुलीखेड़ा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में कुल 114 छात्र हैं और चार शिक्षक तैनात हैं। शुक्रवार को एक शिक्षक छुट्टी पर था और एक शिक्षक डाक लेकर गया था और जबकि एक शिक्षक दूसरे कार्यो में व्यस्त था। नतीजा कोई भी शिक्षक कक्षा में नहीं था।
गांव के सरपंच रामप्रकाश ने कहा कि वे अक्सर स्कूल जाते रहे है, कभी बच्चों को सोते हुए नहीं पाया है। अब कुछ समय से स्कूल नहीं जा पाये है और ऐसा हुआ है तो यह गलत है। स्कूल स्टाफ से जानकारी ली जाएगी। इसमें यदि किसी स्टाफ सदस्य की लापरवाही हुई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
खंड शिक्षा अधिकारी भागीरथ पंवार ने कहा कि इस मामले की जानकारी नहीं है और पहली बार ऐसी शिकायत सुन रहे है। हो सकता है कि अधिक गर्मी के कारण बच्चों को नींद आ गई हो। हां यदि कक्षा से अध्यापक नदारद थे तो मामले की जांच कर उचित कर्रवाई की जाएगी। ..dj hisar
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