रोहतक : एमडीयू कैंपस में 15 साल से सुरक्षा कर्मियों की भर्ती न होने के चलते अब कैमरों की मदद से निगरानी की जाएगी। इसके लिए विवि प्रशासन ने एक करोड़ की लागत से अत्याधुनिक तकनीक के कैमरे लगवाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। दिल्ली की एक निजी कंपनी ने विवि परिसर में एक माह के भीतर 195 स्थानों को कैमरे लगाने के लिए चिन्हित किया है।
92 लाख में बिना केबल के कैमरे
साल 2012 में कैमरे लगाने की बनी योजना पर एक साल बाद काम शुरू हो पाया है। इसके लग जाने के बाद असामाजिक तत्वों के साथ-साथ हर आने-जाने वाले व्यक्ति व वाहन पर नजर रखी जा सकेगी। एक करोड़ रुपए के इस बजट में 92 लाख की लागत से बिना केबल के कैमरे और 8 लाख से केबल बिछाकर पैनल तैयार किया जाएगा। बता दें कि एमडीयू में करीब 130 सुरक्षा कर्मियों के पद निर्धारित हैं। इनमें से मात्र 80 पदों पर ही सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। इनमें से 30 सुरक्षाकर्मियों को कुलपति कार्यालय व निवास, कुलसचिव कार्यालय व निवास, गल्र्स हॉस्टल, प्रशासनिक भवन, परीक्षा सदन पर तैनात किया जाता है। 50 अन्य सुरक्षाकर्मियों को ऑनकॉल पर तैनात किया गया है। इसके अलावा निजी सुरक्षा एजेंसी की ओर से भी करीब 100 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।
कंट्रोल रूम में एलसीडी दिखाते सुरक्षा नियंत्रक तरुण शर्मा।
80 कैमरों से रिकॉर्डिंग शुरू
एमडीयू परिसर में लगाए गए 80 कैमरों से रिकॉर्डिंग करनी शुरू भी कर दी गई है। हालांकि अब तक 150 कैमरे लगा दिए गए हैं। एमडीयू में पीटीजेड के अलावा स्टेटिक आउटडोर और इनडोर कैमरे लगाए जा रहे हैं। एमडीयू में अंदर लगाए जाने वाले नाकों व सुरक्षा व्यवस्था के चलते कुछ गुप्त कैमरे भी स्थापित किए जा रहे हैं।
10 एलसीडी लगेंगे
एमडीयू के नए प्रशासनिक भवन में 7 एलसीडी और सुरक्षा नियंत्रक के कमरे में 3 एलसीडी लगाकर कंट्रोल रूम बनाया गया है। इन कंट्रोल रूम से 42 इंच के एक एलसीडी पर एक बार में 50 से अधिक कैमरों का परिदृश्य देखा जा सकता है। इस कंट्रोल रूम में दो सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा, जो हर पल इन पर निगाह रखेंगे और कुछ भी गलत होने पर सुरक्षा नियंत्रक को सूचित करेंगे।
खास कैमरों से कैंपस के चप्पे-चप्पे पर निगरानी
एमडीयू में सड़कों से गुजरने वालों पर भी कैमरों से निगाह रखी जा सकेगी। इसके लिए विवि परिसर में खासतौर से 18 स्थानों पर पैन-टिल्ट-जैड (पीटीजेड) कैमरे लगाए जा रहे हैं। इनमें से 9 कैमरे स्थापित किए जा चुके हैं। फैकल्टी हाउस, लाइब्रेरी, डीडीई, परीक्षा शाखा, प्रशासनिक भवन, परीक्षा सदन, टैगोर सभागार, गेट नंबर एक व दो और अन्य मुख्य मार्गों पर विशेष तौर पर लगाए गए हैं। तकनीकी विशेषज्ञों की ओर से इन कैमरों को 340 डिग्री के कोण तक घुमाकर हर दिशा में नजर दौड़ाई जा सकेगी। उदाहरण के तौर पर लाइब्रेरी के बाहर लगे पीटीजेड कैमरे से उसके सामने की सड़कों, मैदान, पार्किंग व सामने वाले सदन के परिसर को भी देखा जा सकेगा।
सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर
एमडीयू परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कुलपति एचएस चहल और कुलसचिव डॉ. एसपी वत्स काफी गंभीर हैं।
"सुरक्षा के मद्देनजर एक करोड़ की लागत से विवि परिसर को एक माह में सीसीटीवी कैमरों से लैस कर दिया जाएगा। इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक के 195 कैमरे लगाए जा रहे हैं।"--तरुण शर्मा, सुरक्षा नियंत्रक, एमडीयू।..DB
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