अम्बाला : शहर में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए अब राजकीय कॉलेज के विद्यार्थी अहम भूमिका में नजर आएंगे। वह अपने इलाके के एक्सीडेंट प्रोन एरिया की पहचान करेंगे व रोकथाम के लिए सुझाव भी देंगे। इससे पहले कॉलेजों में विद्यार्थियों को सड़क हादसे रोकने का पाठ पढ़ाया जाएगा।
उन्हें यह बताया जाएगा कि रोड पर वाहन चलाते समय क्या सही है और क्या गलत। इस कार्य के लिए बाकायदा परिवहन विभाग योगदान दे रहा है। तमाम रीजनल ट्रैफिक ऑफिसर्स (आरटीओ) के माध्यम से राज्य के राजकीय कॉलेजों को इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए आर्थिक मदद भिजवाई जा रही है। विभाग को योजना से सड़क हादसों पर लगाम लगने की उम्मीद है।
कॉलेजों में बनेंगे रोड सेफ्टी क्लब: अम्बाला, यमुनानगर, पंचकूला आरटीओ शक्ति सिंह ने बताया कि जिलों के तमाम सरकारी कॉलेजों में रोड सेफ्टी अवेयरनेस क्लब बनाए जा रहे हैं। इसकी शुरुआत अम्बाला जिले के साहा और नारायणगढ़ राजकीय कॉलेजों से की गई है। प्रत्येक कॉलेज को दस हजार रुपए दिए गए हैं ताकि पठन और लेखन सामग्री उपलब्ध कराई जा सके। कॉलेज प्रबंधन विद्यार्थियों का चुनाव करेगा। इन विद्यार्थियों को ट्रैफिक पुलिस, मोटर व्हीक्ल इंस्पेक्टर व आरटीए विभाग के विशेषज्ञों द्वारा ट्रेंड किया जाएगा।
बच्चे कहलाएंगे ट्रैफिक मार्शल
बच्चों को ट्रेनिंग के दौरान ट्रैफिक नियमों से जुड़ी फिल्मों, पोस्टर, पठन सामग्री के माध्यम से पाठ पढ़ाया जाएगा। इन बच्चों को ट्रैफिक मार्शल का नाम दिया जाएगा, जो जरूरत पडऩे पर अन्य स्कूलों और कॉलेजों के बच्चों को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाएंगे। इसके अलावा ऐसे चौराहों और रास्तों की भी पहचान की जाएगी, जहां ज्यादा सड़क हादसे ज्यादा होते हैं। डीसी की अध्यक्षता में होने वाली जिला रोड से फटी की मासिक बैठक में भी इन बच्चों के सुझाव लिए जाएंगे। बेहतरीन काम करने वाले छात्रों को विभाग की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा। db
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