जींद : प्रदेश में नियमित और अनुबंध आधार पर हो रही भर्तियों में शैक्षणिक योग्यता के बजाय साक्षात्कार को महत्वपूर्ण बनाकर अपने चहेतों को नौकरी देने का काम जारी है। हाल में आरोही स्कूल के प्रिंसिपलों (कांट्रेक्ट बेस) की नियुक्ति के लिए हुई भर्ती में भी ऐसा ही किया गया और उम्मीदवारों को साक्षात्कार में अधिक नंबर देकर नियुक्त कर दिया गया। अब चयनित न होने वाले उम्मीदवारों ने नियुक्तियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शिक्षा विभाग ने 17 जून को आरोही स्कूल के प्रिंसिपलों के लिए आवेदन मांगे थे। इसके लिए विभाग ने मापदंड तय किए गए। मापदंडों के अनुसार शैक्षणिक योग्यता और अनुभव को 50 अंक, लिखित परीक्षा को 20 तथा साक्षात्कार के लिए 30 अंक निर्धारित किए गए। इस मामले में अर्बन एस्टेट निवासी जगदीश ने आरटीआइ से जब जानकारी ली गई, तो सामने आया कि इसमें शैक्षणिक और अनुभव के अंकों को जोड़ने के बाद जो उम्मीदवार टाप फाइव में आ रहे थे, उनके साक्षात्कार में कम अंक लगाकर उनको बाहर का रास्ता दिखा गया यानी उनका चयन ही नहीं किया गया। विभाग ने बताया है कि सभी मदों के अंकों (शैक्षणिक, अनुभव और साक्षात्कार) को जोड़ने पर जिनके 50 प्रतिशत अंक बनेंगे, उनका ही चयन किया जाएगा, लेकिन यहां पर शैक्षणिक और अनुभव के अंक अन्य उम्मीदवारों से ज्यादा होने के बाद भी कई उम्मीदवारों को साक्षात्कार में कम अंक देकर बाहर का रास्ता दिखाया गया।
उम्मीदवार पुष्पलता ने बीसी-ए के तहत आवेदन किया और उसके शैक्षणिक, लिखित परीक्षा और अनुभव के कुल अंक 44.89 बने। इसमें उसने लिखित परीक्षा में 20 में से 11.8 अंक लिए। इसके बाद साक्षात्कार में उसे मात्र पांच अंक दे दिए गए, जिससे उसका चयन नहीं हो सका, जबकि जारी की गई सूची में जिन दो उम्मीदवारों का चयन किया गया है, उनमें से ममता शर्मा (जरनल कैटेगरी) के शैक्षणिक अंक, लिखित परीक्षा और अनुभव के कुल अंक 41.22 बने और लिखित परीक्षा में भी 20 में से 11 अंक प्राप्त किए गए, लेकिन साक्षात्कार में उसे 22 अंक देकर उसका चयन कर लिया गया। इसी प्रकार से नीता नागपाल (जरनल कैटेगरी) के लिखित परीक्षा, अनुभव और शैक्षणिक योग्यता में कुल अंक 39.68 बने और उसने लिखित परीक्षा में 10.8 अंक हासिल किए, जबकि साक्षात्कार में उसे 20 अंक देकर उसका भी चयन कर लिया गया। इसी प्रकार से अन्य उम्मीदवार जिनका चयन नहीं हुआ और उनके कुल अंक (शैक्षणिक, अनुभव, लिखित परीक्षा, साक्षात्कार) के 49 प्रतिशत से भी अधिक बन रहे थे, वह इसलिए चयनित होने से रह गए, क्योंकि उन्हें साक्षात्कार में कम नंबर दिए गए। जो उम्मीदवार शैक्षणिक योग्यता अच्छी रखते हैं और लिखित परीक्षा में भी अच्छे अंक लिए हो और अनुभव भी हो तो क्या वह साक्षात्कार में पिछड़ सकते हैं। एक आध उम्मीदवार की तो इस बारे में तो सोचा जा सकता है, लेकिन कई उम्मीदवारों को साक्षात्कार में कम अंक देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया, इसलिए उम्मीदवारों ने भर्ती पर सवाल उठाते हुए इसकी जांच की मांग की है dj
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