** परिणाम समय से आने पर संशय
** स्कूल लेक्चरर के बाद गेस्ट टीचरों ने भी मूल्यांकन करने से मना किया
** बोर्ड ने निजी स्कूलों और एडेड स्कूलों को भी दिए थे निर्देश, लेकिन इससे भी नहीं बनी बात
भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड 12वीं का परीक्षा परिणाम समय पर घोषित कर पाएगा, इसमें संशय बना हुआ है। पहले स्कूल लेक्चरर, गेस्ट टीचर्स और अब एडेड स्कूल टीचर्स भी उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं।
ऐसे में बोर्ड के साथ-साथ लगभग साढ़े तीन लाख स्टूडेंट्स की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है। सात नवंबर से स्कूल लेक्चरर पेपर चेकिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और अभी तक उनकी शिक्षा विभाग के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत सिरे नहीं चढ़ी है। बुधवार को भी मूल्यांकन केंद्रों पर गेस्ट टीचर्स नहीं पहुंचे। जो थोड़े बहुत पहुंचे वे वापस चले गए। ऐसे में 12वीं प्रथम सेमेस्टर और री अपीयर द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम कब घोषित होगा, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता हालांकि बोर्ड का पहले 25 दिसंबर को परिणाम घोषित करने का अनुमान था।
प्राइवेट स्कूलों को नहीं मिली कोई सूचना : अहलावत
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की कॉर्डिनेशन कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र अहलावत ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बारे में प्राइवेट स्कूलों के पास अभी तक किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं है। उनको सरकार की तरफ से कोई निर्देश मिलते हैं तो बैठक करने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
स्थिति देखकर ही लेंगे अगला निर्णय : चेयरमैन
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. केसी भारद्वाज ने बताया कि अभी वे बाहर हैं। सायं को स्थिति देख-समझकर ही अगला निर्णय लिया जाएगा। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. अंशज सिंह ने बताया कि वह फिलहाल बाहर हैं। सायं के समय दिनभर की रिपोर्ट मिलने के बाद ही वह कुछ बता पाएंगे। उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणाम समय पर घोषित करवाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
विद्यार्थियों की बढ़ेगी टेंशन : बूरा
शिक्षाविद् प्राचार्य रमेशचंद्र बूरा और एआईएम ट्यूशन सेंटर के संचालक विकास कुमार ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन समय पर नहीं हुआ तो परीक्षा परिणाम देरी से घोषित होगा। परिणाम देरी से घोषित होगा तो बच्चे मानसिक दबाव में रहेंगे। किसी बच्चे का री-अपीयर आ गया तो उसे अगली तैयारी के लिए समय कम मिल पाएगा।
लेक्चरर मांगों पर अड़े
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के राज्य प्रधान दयानंद दलाल ने बताया कि वे 5400 का बेसिक ग्रेड पाने, पीएचडी और नेट पास को कालेज कैडर में शामिल करने और प्रिंसिपल पद पर प्रमोशन के लिए काफी समय से संघर्षरत हैं। 20 अप्रैल 2011 में सीएम से बातचीत में समझौता हो गया था, लेकिन अभी तक उसे लागू नहीं किया गया। इस वजह से मजबूरन यह कदम उठाया जा रहा है।
एडेड स्कूल में टीचर नहीं : बजाड़
एडेड स्कूल टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामभज बजाड़ ने कहा कि प्रदेश में ज्यादातर एडेड स्कूल 10वीं तक हैं। 12वीं तक एडेड स्कूल बहुत कम हैं। ऐसे में उनके दम पर मूल्यांकन संभव नहीं है।
3.65 लाख का होना है मूल्यांकन
अक्तूबर माह में हुई दस जमा दो की परीक्षा में तीन लाख 65 हजार 783 बच्चों ने भाग लिया था। इनमें दस जमा दो री अपीयर के 97 हजार 439 विद्यार्थी शामिल हैं।
गेस्ट टीचरों ने भी इनकार किया
गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र थिलोड़ ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड गेस्ट टीचर्स को कर्मचारी ही नहीं मानता तो उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन वे क्यों करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बाकायदा निर्देश जारी किए थे कि गेस्ट टीचर्स को परीक्षा ड्यूटी न दी जाए। अब बोर्ड उनसे उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करवा रहा है। बोर्ड के इस विरोधाभाषी फैसले के विरोध में वे मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं। au
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