गुडग़ांव : स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) में चल रही डिप्लोमा इन एजुकेशन की छठी मैनुअली काउंसलिंग के दूसरे दिन भी स्टूडेंट्स में कम क्रेज दिखाई दिया। दूसरे दिन 2043 सीटों के लिए काउंसलिंग हुई। सुबह के समय जनरल कैटेगरी और शाम के समय बीसी-ए कैटेगरी के स्टूडेंट्स की काउंसलिंग हुई। दूसरे दिन कुल 71 सीटें भरी गईं। जिसमें 40 लड़कों और 31 लड़कियों को दाखिला दिया गया। एससीईआरटी के डीएड संयोजक अशोक यादव छठी काउंसलिंग में सीटे भरने की उम्मीद जता रहे हंै वहीं विशेषज्ञों के मुताबिक छठी काउंसलिंग के खत्म होते ही सातवीं मैनुअली काउंसलिंग कर लेनी चाहिए और उसमें सभी प्रतिशतता के स्टूडेंट्स को बुला लेना चाहिए।
जनरल कैटेगरी की भरी 43 सीटें
दूसरे दिन सुबह के समय जनरल कैटेगरी और शाम के समय बीसी-ए कैटेगरी की काउंसलिंग हुई। जनरल कैटेगरी की कुल 43 और बीसी-ए कैटेगरी की 28 सीटें भरी गई। कुल काउंसलिंग में वोकेशनल की 5, कॉमर्स संकाय की 2, साइंस संकाय की 19 और आट्र्स संकाय की 45 सीटें भरी गईं।
घोषित हो सातवीं काउंसलिंग की तिथियां
डीएड काउंसलिंग कमेटी में शामिल विशेषज्ञ अजाद सिंह नेहरा का कहना है कि स्टूडेंट्स की धीमी रफ्तार को देखकर लगता है कि छठी काउंसलिंग में भी सीटें नहीं भरी जाएंगी। शिक्षा विभाग को छठी काउंसलिंग के खत्म होते ही सातवीं काउंसलिंग की घोषणा कर देनी चाहिए। सातवीं सलिंग में 12वीं पास प्रत्येक बच्चे को बुला लेना चाहिए फिर चाहे उसकी प्रतिशतता कितनी भी क्यों न हो। इससे स्टूडेंट्स को भी लाभ मिलेगा और सीटें भी रिक्त नहीं रहेगी। db
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