जाखल : अध्यापक अपना कार्य पूरी ईमानदारी एवं सजगता से पूरा करें। बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देना एक अध्यापक की नैतिक जिम्मेदारी है। यह निर्देश शिक्षा विभाग के संयुक्त उप निदेशक हरचरण सिंह छोकर ने दिए। वे शुक्रवार को जाखल खंड के विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण करते हुए अध्यापकों को उनके कार्यों एवं जिम्मेदारियों के प्रति अवगत करा रहे थे।
इस दौरान उन्होंने स्कूलों की तमाम शैक्षणिक एवं विकासात्मक गतिविधियों का भी जायजा लिया। छोकर ने कक्षाओं में जाकर बच्चों के लिए उपलब्ध सुविधाओं व स्कूलों के भवनों की भी जांच की। संयुक्त उप निदेशक विशेष तौर पर तीसरी एवं पांचवीं कक्षा के बच्चों की ली जा रही निम्न स्तर जांचने की परीक्षा जांच करने आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने खंड के विभिन्न स्कूलों का भी दौरा किया। जिसमें जाखल मंडी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, तलवाड़ा के राजकीय प्राइमरी स्कूल, म्योंद खुर्द एवं म्योंद कलां के राजकीय प्राइमरी एवं हाई स्कूल सहित अन्य गांवों के स्कूलों में भी जांच की।
उन्होंने अध्यापकों को विशेष तौर पर निर्देश दिए कि वह अपना कार्य पूरी ईमानदारी एवं पारदर्शिता के साथ निभाएं। बच्चों के सर्वांगीण विकास में अध्यापक की ही मुख्य भूमिका होती है। उन्होंने नव नियुक्त टीजीटी एवं पीजीटी अध्यापकों को भी निर्देश दिए कि वह अपने कार्य में कोई कोताही न करें। इस मौके पर उनके साथ खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पा शर्मा, प्रिंसिपल अश्वनी शर्मा, एबीआरसी सुरेंद्र पाल सिंह दिवाना, भूरा सिंह भी उनके साथ रहे। db
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