साढ़े तीन माह से वेतन का इंतजार कर रहे पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) को अभी कुछ समय और इंतजार करना पड़ेगा। बजट की कमी के कारण उनके वेतन के बिल खजाना कार्यालय में जमा नहीं हो सके हैं, जिस कारण उनका वेतन अब अप्रैल माह में ही निकल सकेगा।
प्रदेश भर में हाल ही में नियुक्त हुए पांच हजार से अधिक पीजीटी के पद बजट में स्वीकृत किए गए हैं, लेकिन उसके बावजूद अब तक उन्हें वेतन नहीं मिल सका है। पिछले दिनों शिक्षा विभाग की तरफ से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी करके वेतन स्कूल मुखिया को नान प्लान बजट में से निकालने के निर्देश दिए थे। निर्देश मिलने के बाद जब स्कूल मुखियाओं ने अपने नान प्लान बजट को देखा तो पाया कि उसमें कुछ भी नहीं है। इसके चलते फिर से पीजीटी का वेतन अटक गया। क्योंकि खजाना कार्यालय भी 25 मार्च तक ही सभी प्रकार के बिल अपने पास जमा करता है, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पीजीटी के वेतन से संबंधित बिल इत्यादि को अब तक जमा नहीं कराया है।
"पीजीटी का वेतन निकलवाने के लिए आदेश मिल गया था और उन्हें स्कूलों को भेज दिया गया था, लेकिन बजट के चलते दिक्कत आ रही है। बृहस्पतिवार को दोबारा देखा जाएगा कि वेतन निकल जाए। ऐसा नहीं हुआ तो फिर अप्रैल में ही वेतन मिल सकेगा।"--जोगेंद्र हुड्डा, जिला शिक्षा अधिकारी, जींद djjnd
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