कक्षा 10वीं से आगे निकल कर 11वीं की पढ़ाई अब किसी की थोप के आधार पर नहीं होगी। बल्कि विद्यार्थी का रूख जिस दिशा में अधिक होगा और जहां विद्यार्थी के अंक उसका साथ देंगे उसका दाखिला उसी विषय में होगा। सीबीएसई की ओर से इस बाबत प्लान बनाकर सभी स्कूलों को 11वीं के टेस्ट की तैयारी करने को कह दिया है।
टेस्ट से परख सकेंगे स्ट्रेंथ :
सीबीएसई स्कूलों में कक्षा 11वीं में मेनस्ट्रीम सब्जेक्ट सेलेक्शन के लिए स्टूडेंट्स टेस्ट से स्ट्रेंथ परख सकेंगे। एप्टीट्यूड टेस्ट का रिजल्ट आएगा, इसमें ग्रेड शो की जाएंगी। यदि स्टूडेंट्स की ग्रेड सात से दस के बीच है तो उन्हें साइंस ग्रुप ले सकते हैं। इसमें साइंस और मैथ दोनों के ही स्कोर काउंट कर यदि 7.5 आता है तो भी वे साइंस लेने के हकदार होंगे। सीजीपीए सब्जेक्ट 10 मैथमेटिक्स 7.5- 10 मैथ और साइंस 6.5-7 कॉमर्स, बिजनेस स्टडीज, इकोनॉमिक्स 6 से नीचे आर्ट इनसे परखी जाएगी
सब्जेक्ट काउंसिलिंग :
यदि स्टूडेंट्स का स्कोर सात से कम है और वे साइंस और मैथ ग्रुप लेना चाहते हैं। तो उसकी कक्षा 10वीं की परफार्मेंस देखी जाएगी। साथ ही एक्सपर्ट उनकी काउंसिलिंग भी करेंगे।
विद्यार्थियों को फायदा होगा :
सहोदय अध्यक्ष डॉ. वीके मित्तल ने बताया कि कई स्टूडेंट्स मेनस्ट्रीम सब्जेक्ट जैसे साइंस और मैथ अपने दोस्तों की होड़ में भी ले लेते थे। ऐसे में स्टूडेंट्स का रिजल्ट इन टफ सब्जेक्ट में बिगडऩे की संभावना रहती थी। dbsnpt
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