सरकारी स्कूलों में 23 मार्च से नए शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ हो चुका है। मगर, पीजीटी टीचर कक्षा नौंवी से बारहवीं के विद्यार्थियों को नहीं पढ़ा रहे हैं। शिक्षा निदेशालय ने थ्री टीयर सिस्टम के अंतर्गत कक्षा नौंवी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए लेक्चरर यानी पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) को निर्देश दिए हुए हैं। मगर, कुछ विद्यालयों को छोड़कर अधिकांश सरकारी स्कूलों में अब भी लेक्चरर नौंवीं और दसवीं को पढ़ाने के लिए तैयार नहीं है। अधिकांश विद्यालयों में तो स्कूल मुखिया ने ही थ्री टीयर के अनुसार पीरियड का शेड्यूल तक तैयार नहीं किया है।
हरियाणा स्कूली शिक्षा निदेशालय ने वर्ष 2013-14 के शैक्षणिक सत्र के दौरान सभी सरकारी स्कूलों में थ्री टीयर सिस्टम लागू कर दिया था। सभी स्कूल मुखियाओं को थ्री टीयर सिस्टम के आधार पर समय सारिणी तैयार कर पीरियड निर्धारित करने के निर्देश दिए थे। मगर, इन पर अमल नहीं किया जा रहा है। इनमें कक्षा नौंवी से बारहवीं तक स्कूल लेक्चरर, छठी से आठवीं तक मास्टर और सीएंडवी और पहली से पांचवीं तक जेबीटी टीचर को पढ़ाने की व्यवस्था की हुई है।
क्या कहते हैं शिक्षक संगठन
हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के राज्य महासचिव विकास शर्मा का कहना है कि थ्री टीयर सिस्टम के अनुसार कक्षाओं का वर्गीकरण नर्सरी से चौथी तक पीआरटी के लिए होना चाहिए। कक्षा पांचवीं से आठवीं तक टीजीटी व कक्षा नौंवी से बारहवीं तक पीजीटी के लिए निर्धारित हो। इससे किसी भी शिक्षक वर्ग पर वर्कलोड के साथ-साथ रेशनेलाइजेशन की समस्या भी नहीं आएगी। इसी के अनुरूप समय सारिणी भी निर्धारित की जाए।
सभी स्कूल मुखियाओं को हैं स्पष्ट हिदायतें
"सभी स्कूल मुखियाओं को थ्री टीयर सिस्टम के अंतर्गत समय सारिणी बनाकर निर्धारित शिक्षकों के माध्यम से ही पीरियड लिए जाने की सख्त हिदायतें दी हुई हैं। अगर, औचक निरीक्षण के दौरान इस कार्य में कोताही मिलती है तो कार्रवाई होगी।"--निर्मल श्योराण, जिला शिक्षा अधिकारी। dbbwn
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