साल भर प्राइमरी स्तर पर पढ़ाई का स्तर कैसा रहा और आगामी सत्र में कैसे इसमें सुधार हो सकता है इसे लेकर मौलिक शिक्षा निदेशालय ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। विभागीय निर्देश के तहत एनसीईआरटी की टीम गठित की गई है जो स्कूलों में जाकर सर्वे करेगी और वहां की शैक्षणिक व्यवस्था देखेगी। सर्वे की यह प्रक्रिया 25 मार्च से शुरू होगी और यह 28 मार्च तक चलेगा।
इस सर्वे के लिए एससीईआरटी ने मास्टर ट्रेनर तैयार कर लिए हैं जो अपने-अपने जिलों में शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर उनसे स्टूडेंट्स की प्रतिभा का आंकलन करवाएंगे। हाल ही में डाइट व एससीईआरटी में 300 के करीब मास्टर ट्रेनर इस काम के लिए तैयार किए गए हैं।
इस प्रकार संचालित होगी सर्वे प्रणाली :
एससीईआरटी विशेषज्ञ ललित कुमार ने बताया कि यह सर्वेक्षण सांख्यिकी के आधार पर किया जा रहा है। स्कूलों व ५वींं कक्षा के स्टूडेंट्स को लिया जा रहा है। शिक्षक प्रशिक्षण विभाग के प्रभारी करुणेश ने बताया कि स्कूलों में अधिकतम तीस व न्यूनतम पांच स्टूडेंट्स का आंकलन किया जा रहा है। इस सर्वेक्षण में शिक्षक प्रश्नावली, विद्यार्थी प्रश्नावली व स्कूल प्रश्नावली को आधार बनाया जा रहा है।
"यह सर्वे फील्ड पूरी बारीकी से किया जाएगा। यह सर्वेक्षण तीसरी से ५वी कक्षा के स्टूडेंट्स के लिए है। इसके बाद यह पता लगाया जाएगा कि स्टूडेंट्स पाठ्यक्रम को समझ पा रहा है या नहीं। क्या कमी है। इन कमियों के आधार पर इन सब विषयों पर नई योजनाएं बनेंगी।'' --स्नेहलता, निदेशक,एससीईआरटी। dbsnpt
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