** बैठक में अध्यापक संघ ने गहन विचार-विमर्श किया
यमुनानगर : हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ की बैठक जिलाध्यक्ष उमेश प्रताप वत्स की अध्यक्षता में सेक्टर 17 के पार्क में हुई। महासचिव सुरेंद्र गोयल ने बताया कि विभाग ने तीसरी व पांचवीं की परीक्षा लेने का जो अप्रत्यक्ष तरीका अपनाया है, वह तर्क संगत नहीं है।
जिला प्रधान ने कहा कि विभाग में सभी निर्णय एकतरफा लिए जा रहे हैं। शिक्षा विदों का सहयोग नहीं लिया जाता और न ही अध्यापक संघों से कोई सुझाव मांगा जाता है। वत्स ने कहा कि प्राथमिक कक्षाओं की जो परीक्षा सर्वे के नाम पर ली जा रही है उसमें विद्यार्थी का बुद्धि स्तर ज्ञात करना है। इसका ब्लूप्रिंट इस प्रकार का है कि इसमें नकल कराने का सवाल ही पैदा नहीं होता तो फिर इस परीक्षा को भिवानी बोर्ड परीक्षा की तरह इतना संवेदनशील बनाने का क्या आवश्यकता है कि पहले पर्यवेक्षक प्रतिदिन बीईओ कार्यालय में प्रश्नपत्र लेने सुबह सात बजे जाएंगे फिर आठ बजे तक स्कूल पहुंचेंगे। इसके बाद दस बजे परीक्षा शुरू होगी तथा मिड डे मील लेने के बाद दूसरी परीक्षा होगी तथा साढ़े पांच बजे तक प्रतिदिन बीईओ कार्यालय में ही पेपर जमा होंगे।
आखिरकार विभाग इस परीक्षा को क्यों हव्वा बनाना चाहता है। यह सब गलत प्रक्रिया जान बूझकर बनाई गई है। अत: अध्यापक संघ अध्यापकों को प्रताडि़त करने के इस षड्यंत्र का विरोध करता है। db
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