लोकसभा चुनाव में मतदाता इस बार नए अनुभव से दो-चार होंगे। राजनीतिक दलों की बजाए इस बार उन्हें ब्लॉक लेवल ऑफिसर घर-घर आकर वोटर स्लिप देंगे। हांसी विधानसभा क्षेत्र में यह कार्य पहली अप्रैल से शुरू होगा। वोटर स्लिप पर मतदाताओं के नाम के अलावा उनके फोटो भी होंगे। चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब बीएलओ घर-घर वोटर स्लिप वितरित करेंगे। पिछले तमाम चुनावों तक राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों के एजेंट, इंचार्ज या सक्रिय कार्यकर्ता आदि ऐसा करते थे।
बीएलओ को घर-घर जाकर वोटर स्लिप वितरित करने के लिए और कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने का प्रशिक्षण देने के लिए 31 मार्च को उनकी मीटिंग आयोजित की जाएगी। मीटिंग में तमाम 176 बीएलओ के अलावा 13 सुपरवाइजरों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी। सहायक निर्वाचन अधिकारी योगेश मेहता उन्हें ट्रेनिंग देंगे। निर्वाचन कार्यालयों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान बीएलओ को डुप्लीकेट वोट चिन्हित करने बारे विशेष रूप से बताया जाएगा। डुप्लीकेट मतदाता ऐसे वोटरों को माना जाता है जिन्होंने अपने घर बदल लिए हैं या उनका निधन हो गया है। दो स्थानों पर वोट बनवाने वालों को भी ऐसी ही मतदाताओं की श्रेणी में रखा जाता है। वोटर स्लिप बांटते समय बीएलओ ऐसे मतदाताओं को चिन्हित करेंगे, ताकि वह मतदान न कर सकें। मतदाता सूची से नाम काटने की लंबी प्रक्रिया के चलते अभी किसी का नाम लिस्ट से हटाया नहीं जा सकता। db
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