** विद्यार्थियों में साइंस के प्रति उत्साह बढ़ाएगी, स्कूल ऑनलाइन करेंगे आवेदन, पैसे आएंगे सीधे बैंक खाते में
विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों के रुझान को बढ़ाने एवं विद्यार्थियों की विज्ञान को लेकर जिज्ञासा शांत करने के लिए नई योजना साइंस एक्सप्रेस का आगाज किया जा रहा है।
प्रदेश स्तर पर इस योजना के तहत विद्यार्थियों को साइंस की पढ़ाई के लिए ऑन व्हील (मिनी बस) आधुनिक लैब मिलेगी। इस लैब में विशेषज्ञ, स्टूडेंट्स को साइंस प्रैक्टिकल करवाएंगे। यह प्रोजेक्ट राज्य सरकार अगस्ते इंटरनेशनल फाउंडेशन के साथ मिलकर चला रही है।
हर जोन को मिलेगी एक्सप्रेस :
साइंस एक्सप्रेस स्कीम के तहत गाडिय़ों में बनाई गई साइंस लैब जिले के हर जोन के लिए अलग होगी। प्रदेश स्तर पर इस योजना के तहत 56 गाडिय़ां आने वाली हैं और हर जिले को 3 से 4 गाडिय़ां मिलने की उम्मीद है। इन गाडिय़ों का फोकस उन स्कूलों पर होगा, जहां साइंस लैब नहीं है। जिन स्कूलों में लैब हैं, वहां यह लैब आधुनिक प्रैक्टिकल लेगी।
विदेशी एक्सपर्ट स्टूडेंट्स व टीचर को करेंगे ट्रेंड :
साइंस एक्सप्रेस के लिए विदेशी एक्सपर्ट की भी व्यवस्था की गई है। ये एक्सपर्ट बच्चों को साइंस के आधुनिक प्रेक्टिकल करवाएंगे। इसके अलावा यह एक्सपर्ट सरकारी स्कूलों में चल रही लैब के टीचर्स को भी ट्रेनिंग देंगे, ताकि बच्चों को अपडेटेड व आधुनिक जानकारी मिल सके।
हफ्ते में 2 दिन स्कूलों में जाएगी एक्सप्रेस
साइंस एक्सप्रेस हफ्ते में 2 दिन सरकारी स्कूलों में जाएगी। योजना के अनुसार, पांच स्कूलों पर एक गाड़ी दी जाएगी। यह गाड़ी रोटेशन वाइज स्कूलों में जाएगी और बच्चों को साइंस प्रैक्टिकल करने का मौका मिलेगा। जब बच्चे प्रैक्टिकल करेंगे, तब उनको 3डी स्क्रीन पर इसको देखने का भी मौका मिलेगा। साइंस एक्सप्रेस का प्रोजेक्ट सभी जिलों में जिला शिक्षा अधिकारी की देखरेख में चलेगा।
ऑनलाइन होंगे आवेदन, पैसे आएंगे बैंक में
राज्य एवं जिला स्तर पर होने वाली सभी प्रकार की विज्ञान स्पर्धाओं के लिए आवेदन की प्रक्रिया अब ऑनलाइन अपनाई जाएगी। यही नहीं योजना का आर्थिक लाभ भी सीधे बैंक खाते में पहुंचेगा। इसके लिए स्कूल का अलग से बैंक खाता भी खुलेगा। योजना के तहत बैंक खाता एवं स्कूल की आईडी बनाई जाएगी। मिडल तक तीन विद्यार्थी तथा हाई एवं सीनियर सेकेंडरी में पांच पांच विद्यार्थियों के नाम स्कूल द्वारा भेजे जाएंगे। योजना के तहत विभाग की ओर से कंप्यूटर एवं साइंस टीचरों को ट्रेनिंग भी दे दी गई है।
"साइंस के प्रोत्साहन को लेकर विभाग द्वारा योजना बनाई जा रही है। इससे विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा। इसके लिए ब्लाक स्तर पर मीटिंग की जा रहीं हैं। जिसकी शुरुआत सोमवार से कथूरा ब्लाक में साइंस टीचरों की बैठक के साथ होगी।''--अनिल गोयल, जिला विज्ञान विशेषज्ञ, सोनीपत। dbsnpt
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.