करनाल : अध्यापकों ने शिक्षा विभाग के खिलाफ न केवल अपने तेवर तीखे कर लिए हैं, बल्कि मनमाने एवं तानाशाही पूर्ण निर्णयों के बहिष्कार करने की भी तैयारी कर ली है।
उपरोक्त ऐलान हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से किया। संघ के पूर्व राज्य सचिव कृष्ण कुमार निर्माण व जिला प्रधान बलराज सिंह ने कहा कि विभाग के आला अधिकारी न जाने क्यों पूंजीपतियों के हाथों में खेल रही है क्योंकि कभी बायोमैट्रिक, कभी कंप्यूटर के नाम पर जनता का करोड़ों रुपया स्वाह किया जा रहा है और दूसरी ओर शिक्षा को प्रयोगशाला बनाया हुआ है। उन्होंने कहा कि नित नए फरमान जारी करके छात्रों व शिक्षकों में असमंजस की स्थिति पैदा की जा रही है। परीक्षा के नाम पर, बैंक खातों के नाम पर, गैर शैक्षणिक कार्यों के नाम पर डायरी, शिक्षा सेतु, प्रवेश उत्सव, सेमेस्टर, मिड डे मिल, आरटीआई, रेशनेलाइजेशन, सर्विस रूल, पदोन्नति के नाम पर अध्यापकों व छात्रों को उल्लू बनाया जा रहा है।
कुरुक्षेत्र : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ-93 सम्बद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने सरकार के उस फरमान का कड़े शब्दों में विरोध किया है जिसमें अध्यापकों का असेसमेंट टेस्ट लेने की बात कही गई है। संघ के जिला प्रधान बलजिन्द्र संधू व सचिव दयानंद ने बताया कि सरकार ने 26 मई को जेबीटी तथा 30 मई को टीजीटी अध्यापकों का टेस्ट लेने की घोषणा की है। अध्यापक संघ इस बात पर कड़ा ऐतराज जताता है। सरकारी स्कूलों में कार्यरत अध्यापक 25-30 सालों से अध्यापन कार्य कर रहे हैं फिर पूरी तरह से ट्रैंड अध्यापकों का असेसमेंट टैस्ट लेने का क्या औचित्य है।
अध्यापकों का टेस्ट मौलिक शिक्षा अधिकारों का हनन
हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन की बैठक शनिवार को जिला प्रधान करनैल सिंह लालैण की अध्यक्षता में हुई। करनैल सिंह ने कहा कि सेवाकाल के दौरान मास्टरों, सीएंडवी अध्यापकों व जेबीटी अध्यापकों का टेस्ट लेना मौलिक शिक्षा अधिकारों का हनन है। मौलिक शिक्षा अधिकारों में इसका कहीं भी वर्णन नहीं है। उन्होंने कहा कि मास्टरों को सेवा के दौरान किसी भी नए विषय पर प्रशिक्षण तो दिया जा सकता है, परंतु मौलिक शिक्षा अधिकारों के तहत टेस्ट लेना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी सरकार को गुमराह करके अपना उल्लू सीधा करने में लगे हैं। मास्टर वर्ग किसी भी सूरत में उनके षड्यंत्र को कामयाब नहीं होने देगा।
पहले अधिकारियों की परीक्षा लें : प्राथमिक शिक्षक संघ
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा सम्बन्धित अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य प्रधान विनोद ठाकरान और महासचिव दीपक गोस्वामी ने शिक्षक आंकलन परीक्षा का शिक्षकों पर थोपे जाने का कड़ा विरोध करते हुए इसके बहिष्कार की घोषणा की है। राज्य महासचिव दीपक गोस्वामी ने बताया कि जब से प्रदेश में आर.टी.ई. एक्ट को लागू किया है तभी से विभाग ने प्राथमिक स्तर की शिक्षा को प्रयोगशाला बना दिया है, खुद ही एक्ट को बनाने वाले एक्ट का उल्लंघन कर रहे हैं। अगर विभाग आंकलन परीक्षा के आधार पर शिक्षकों की ए.पी.सी.आर. लिखता है तो सबसे पहले उसे अधिकारियों की परीक्षा लेनी चाहिए, उसके बाद नीचे तक आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब संगठन ने फैसला लिया है कि इसका कड़ा विरोध किया जाएगा और 26 मई को होने वाली आंकलन परीक्षा का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा। dt
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