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Sunday, 4 May 2014

हमें अपने बच्चों की जान प्यारी, खाना तो हम घर से ही खिलाकर भेज देंगे

** अभिभावकों ने किया हंगामा : मिड-डे-मील में छिपकली मिलने का मामला
पलवल : अलावलपुर स्थित गर्ल्स स्कूल में शुक्रवार को मिड-डे-मील की घटना के बाद शनिवार को अभिभावकों के विरोध के चलते स्कूल ने मिड-डे-मील लेने से इंकार कर दिया। अभिभावकों के गुस्से को देखकर स्कूल के टीचरों ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन अभिभावक मिड-डे-मील को वापस कराकर ही माने। 
स्कूल में हंगाम कर रहे अभिभावक कह रहे थे 'हम अपने बच्चों को मिड-डे-मील नहीं खाने देंगे। हमें अपने बच्चों की जान प्यारी है, खाना तो हम घर से ही खिलाकर भेज देंगे।' अभिभावकों का कहना था कि मिड डे मील को टेस्ट करने में टीचर्स लापरवाही बरतते हैं। 
उधर, मिड-डे-मील मामले की जांच कर रहे एसडीएम जगनिवास मंगलवार को अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंप देंगे। एसडीएम इस मामले में शिक्षा विभाग, मिड-डे-मील तैयार करने वाली संस्था व स्कूल के टीचरों सहित छात्रों के बयान लेंगे। उसके बाद जांच रिपोर्ट तैयार कर डीसी को सौंपेंगे। इस हादसे के बाद जिले के कई स्कूलों में मिड-डे-मील को लेकर भय है। स्वयं संस्था के पदाधिकारियों ने मिड डे मील चख कर शनिवार को स्कूलों में वितरित किया। शुक्रवार को जिन छात्राओं की तबीयत खराब हुई थी। उनमें से पांच छात्राओं की शुक्रवार रात को एक बार फिर से तबीयत खराब हो गई। उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया। उपचार के बाद शनिवार को इन्हें छुट्टी दी गई। शुक्रवार रात को अचानक छात्रा सुजाता, सर्वेश, अंजलि, शोभा व चांदनी को पेट और सिरदर्द की शिकायत हुई। 
बीईओ रणजीतसिंह ने भी शनिवार को स्कूल का दौरा किया। स्कूल में बच्चों का डॉक्टरों की टीम से चेकअप भी किया। गौरतलब है कि अलावलपुर के स्कूल में मिड-डे-मील में दो मरी छिपकली मिलीं थी। इसे खाने से 36 लड़कियां बीमार हो गई थीं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।                                 db

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