** प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले बच्चों से न मंगाया जाए खर्च, विद्यार्थियों को खर्चे की टेंशन होगी खत्म
कैथल : सरकारी स्कूलों में कक्षा तत्परता के तहत आयोजित गतिविधियों में बच्चों का खर्च नहीं होगा। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूल हेडमास्टर्स को स्कूल के फंडों में से रूलस के अनुसार पैसा खर्च करने के लिए कहा है। ऐसे में बच्चों को रंगोली, क्ले माडलिंग व अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए अपने माता-पिता से पैसे नहीं मांगने पडेंगे। शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि सरकारी स्कूल के हेडमास्टर, प्रिंसीपल को स्कूल में उपलब्ध फंडों के बारे में पता है। लेकिन वे फंड खर्च करने से इसलिए डर रहे हैं कि उनके द्वारा खर्च किया गया फंड पास न होने की सूरत में उनकी जेब से खर्च होगा। लेकिन ऐसा नहीं है। स्कूल में उपलब्ध फंडों से कक्षा तत्परता कार्यक्रम के तहत बच्चों को सामान उपलब्ध करना चाहिए। ऐसे में अधिकतर बच्चे रंगोली, क्ले माडलिंग जैसी गतिविधियों में भी हिस्सा लेंगे। बच्चों का कहना है कि उन्हें धरती पर एक फूल का चित्र उकेरने के लिए रंगों के अलावा अन्य पदार्थों की भी जरूरत पड़ती है। धरती पर उकेरे एक चित्र पर 70 रुपए से 80 रुपए खर्च आ जाते हैं।
लिखित में कोई ऑर्डर नहीं देता
स्कूल हेड मास्टर्स व प्रिंसिपल का कहना है कि उन्हें लिखित में कोई शिक्षा अधिकारी ऑर्डर नहीं देता। मौखिक आदेश दिए जाते हैं। ऐसे में उन्हें किस फंड से कितनी राशि कर सकते हैं के बारे में भी पता नहीं। अगर वे खर्च भी कर देते हैं तो उन्हें ऑडिट में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या का स्थाई हल निकलना चाहिए।
नियमानुसार फंडों को प्रयोग करें
स्कूल हेड मास्टर्स व प्रिंसिपल का कहना है कि उन्हें लिखित में कोई शिक्षा अधिकारी ऑर्डर नहीं देता। मौखिक आदेश दिए जाते हैं। ऐसे में उन्हें किस फंड से कितनी राशि कर सकते हैं के बारे में भी पता नहीं। अगर वे खर्च भी कर देते हैं तो उन्हें ऑडिट में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या का स्थाई हल निकलना चाहिए।
नियमानुसार फंडों को प्रयोग करें
उप जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने कहा कि हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में केंद्रीय बाल कल्याण निधि फंड उपलब्ध होता है। इस फंड से कक्षा तत्परता कार्यक्रम मेें खर्च किया जा सकता है। प्राइमरी और मिडल स्कूलों में ऐसा फंड नहीं होता। शिक्षा विभाग की तरफ से प्राइमरी और मिडल स्कूलों में अनेक फंड उपलब्ध होते हैं। इन फंडों से भी कक्षा तत्परता कार्यक्रम में पैसा खर्च किया जा सकता है, लेकिन बच्चे से फंड नहीं लिया जा सकता। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.