** संघ ने 25 मई को बुलाया राज्य स्तरीय सम्मेलन
चंडीगढ़ : सर्व कर्मचारी संघ भी अब प्रदेश सरकार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के मूड में है। स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन और रोडवेज कर्मचारी पहले ही आंदोलन की चेतावनी दे चुके हैं। संघ के कर्मचारियों ने सरकार को उनकी मांगें मानने का 24 मई तक का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है। इसके लिए सर्व कर्मचारी संघ ने 25 मई को राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन भी रखा है। इसमें आगामी रणनीति पर विचार किया जाएगा।
संघ के प्रधान धर्मबीर फौगाट और महासचिव सुभाष लांबा ने सरकार पर कर्मचारियों की प्रमुख मांगों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 27 फरवरी को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने कर्मचारियों की जिन मांगों को मंजूर किया था, उन्हें अभी तक लागू नहीं किया गया है। दूसरी तरफ सरकार विभागों, बोर्डों और निगमों में आउट सोर्सिंग, निजीकरण, ठेका प्रथा व फ्रेंचाइजी की नीतियों को बड़ी तेजी के साथ लागू कर रही है, जबकि कर्मचारी इसका विरोध करते रहे हैं।
संघ के मुख्य संगठनकर्ता वीरेंद्र डंगवाल ने बताया कि 10 नवंबर, 2013 को मुख्यमंत्री ने गोहाना रैली में अकुशल श्रमिकों को 8100 रुपए न्यूनतम वेतनमान देने, वर्ष 2013-14 के बजट सत्र में कर्मचारियों को कैश लेस मेडिकल सुविधा देने की घोषणाओं को भी लागू नहीं किया गया है। इसके साथ ही 27 नवंबर को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने जो घोषणाएं की थी उनमें से मात्र दो पर ही अमल हुआ है। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.