** डूटा ने की चार वर्षीय पाठ्यक्रम को वापस लेने की मांग
** आर-पार की लड़ाई में उतरे शिक्षक व छात्र संगठन
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में शिक्षक संगठन और छात्र संगठन डीयू में आर-पार की लड़ाई पर उतर आए हैं। डीयू द्वारा आयोजित विद्वत परिषद (एसी) की बैठक में भी चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम को एजेंडे में शामिल न करने और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा इस पाठ्यक्रम को अवैध करार दिए जाने के बाद इसको वापस लेने की मांग को लेकर विरोध कर रहे हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) की अध्यक्ष डॉ. नंदिता नारायण का कहना है कि चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम छात्रों पर थोपा गया है और अब तो यूजीसी भी इसे गैर कानूनी घोषित कर चुकी है। इसके बाद भी कुलपति इसे वापस न करने की जिद पर अड़े हैं।
वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने ‘कुलपति हटाओ डीयू बचाओ’ नारा के साथ चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम को वापस लेने की बात कही। एबीवीपी के प्रदेश मंत्री साकेत बहुगुणा ने बताया कि हम लगातार इसके लिए विरोध कर रहे हैं। जबकि प्रशासन छात्र हितों की अनदेखी कर रहा है। उन्होंने बताया कि एबीवीपी के सभी कार्यकर्ता शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे आर्ट फैकल्टी पर एकत्रित होंगे और वहां से कुलपति के आफिस तक मार्च कर प्रदर्शन करेंगे।
वहीं नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के प्रवक्ता अमरीश रंजन पांडेय ने कहा कि इस मुद्दे पर एनएसयूआइ ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। छात्र हितों की अनदेखी नहीं कर सकते, इसलिए पाठ्यक्रम का पुरजोर विरोध करेंगे। आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचिता डे ने बताया कि सभी साथी इस पाठ्यक्रम का विरोध कर रहे हैं। पिछले वर्ष सर्वे में यह स्पष्ट हो चुका है कि चार वर्षीय पाठ्यक्रम सही नहीं है। dj
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