** सुधार कार्यक्रमों में सुनिश्चित करें अभिभावकों की भी हिस्सेदारी : हुड्डा
चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने प्रदेश में स्कूल शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता सुधारने के लिए माइकल एंड सुजान डेल फाउंडेशन के साथ समझौता किया है। इसका उद्देश्य प्रदेश के सभी 15,000 सरकारी स्कूलों में छात्रों के शिक्षा स्तर में आवश्यक बदलाव लाना है। ‘हरियाणा विद्यालय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम’ के क्रियान्वयन को लेकर मंगलवार को सेकेंडरी शिक्षा विभाग के महानिदेशक विवेक अत्रे तथा माइकल एंड सुजान डेल फाउंडेशन की ओर से देबाशीष मित्तर ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में समझौते पर हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए सुधार प्रणाली में विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी भागीदार बनाया जाना चाहिए, चूंकि अभिभावकों की भागीदारी के बिना शिक्षा क्षेत्र में ऐसे सुधार के लक्ष्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता। विश्व के सभी क्षेत्रों में आज ढांचागत विकास हो रहा है लेकिन असली दौड़ शिक्षा के क्षेत्र में है और जो भी देश, प्रदेश या समाज शिक्षा में आगे होगा, वहीं तरक्की करेगा। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा कि शिक्षा राज्य सरकार का प्राथमिक क्षेत्र है और इसका स्तर सुधारने के लिए काफी कुछ किया जा रहा है। अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण, ढांचागत सुविधाओं में सुधार तथा छात्रवृत्ति योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए भविष्य में भी निरंतर प्रयास किए जाते रहेंगे ताकि विद्यार्थी वैश्विक मानकों के अनुरूप शिक्षा ग्रहण कर प्रतिस्पर्धाओं का बेहतर ढंग से सामना कर सकें।
महानिदेशक विवेक अत्रे ने ‘हरियाणा विद्यालय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम’ को लेकर प्रस्तुतीकरण भी दिया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव राव दान सिंह, मुख्य सचिव एससी चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एसएस ढिल्लों, प्रधान ओएसडी एमएस चोपड़ा, माध्यमिक शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुरीना राजन इत्यादि उपस्थित रहे। dj
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