कुरुक्षेत्र : प्रदेश की मदर यूनिवर्सिटी का तमगा, नैक से ए ग्रेड और कार्यशैली शायद किसी छोटे संस्थान से भी गई गुजरी। बेहतरीन शिक्षकों की फौज होने के बाद भी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा क्लर्क भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र कट, कॉपी और पेस्ट से तैयार करना पड़ा। वो भी एसएससी के पुराने पेपरों से। प्रश्न पत्र को अगर ध्यान से देखें और एसएससी के दो वर्ष पुराने पेपरों से इसका मिलान हो सकता है। हद तो तब हुई जबकट, कॉपी और पेस्ट के चक्कर में आप्शन भी नहीं बदले गए। कुवि को प्रदेश के बेहतरीन विश्वविद्यालयों में माना जाता है, वहीं नैक ने भी अपनी ग्रेडिंग में इसे ए ग्रेड दिया है। यह इसलिए है कि कुवि के पास बेहतरीन शिक्षक व अन्य साधन है, लेकिन शायद कार्यशैली में बड़ी कमी है। इसी का नतीजा है कि अपने स्टाफ के लिए आयोजित परीक्षा का प्रश्न पत्र भी कुवि प्रशासन तैयार नहीं करा पाया। इसका अंदाजा कुवि द्वारा रविवार को ली कई क्लर्क भर्ती परीक्षा के सुबह के सत्र के प्रश्न पत्र से लगाया जा सकता है। अगर केवल हिंदी के 20 अंकों के हिस्से को छोड़ दें तो अन्य 80 अंकों का पूरा पेपर एसएससी के पुराने पेपरों से चुराया गया है। यहां तक की पूरे पेपर में कट, कापी और पेस्ट के चक्कर में विकल्प को भी ऊपर नीचे नहीं किया गया, जिसके कारण साफ हो गया कि किसी शिक्षक ने नहीं बल्कि किसी टाइपिस्ट ने पेपर को पुराने पेपर से देखकर टाइप किया है।
ओएमआर सीट ने किया कन्फ्यूज :
कुवि की ओर से मात्र एक सप्ताह में पेपरों की तैयारी के चक्कर में जहां पेपर का बाहर से लिया गया है वहीं ओएमआर सीट पर भी काम नहीं किया गया। भर्ती परीक्षा में प्रयोग की गई ओएमआर सीट में 225 खाने दिए गए थे, जबकि परीक्षा में प्रश्नों की संख्या थी मात्र 100। इसके कारण कई परीक्षाथिर्यो में गफलत की स्थिति रही। कुवि कुलसचिव डॉ. केसी रल्हाण का कहना है कि उन्हें इस बारे में पता नहीं है। परीक्षा शांतिपूर्ण रही और परीक्षा की पूरी तैयारी कुवि प्रशासन ने अच्छे से की थी। dj
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