फरीदाबाद : केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के चेयरमैन विनीत जोशी ने कहा है कि शिक्षा एक मिशन है व्यवसाय नहीं। सीबीएसई के जो प्राइवेट स्कूल शिक्षा का व्यवसायीकरण करके छात्र व अभिभावकों का आर्थिक व मानसिक शोषण कर रहे हैं उनके खिलाफ सीबीएसई नियमों के तहत कठोर कार्यवाही की जाएगी। जोशी ने यह बात हरियाणा अभिभावक एकता मंच के प्रतिनिधिमंडल से कही।
मंच की राज्य कमेटी के पदाधिकारियों ने दिल्ली जाकर सीबीएसई के चेयरमैन से मुलाकात करके एक ज्ञापन सौंपा और उन्हें बताया कि हरियाणा के निजी स्कूल सीबीएसई व हरियाणा शिक्षा नियमावली 2003 के सभी नियम कानूनों का उल्लंघन करके छात्र व अभिभावकों के साथ लूट-खसोट व मनमानी कर रहे हैं।
ज्ञापन में लिखी हुई बातों से सहमति प्रकट करते हुए जोशी ने कहा कि उनके पास इस तरह की शिकायतें काफी दिनों से आ रही हैं और उन्होंने सभी पर उचित कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं।
हरियाणा अभिभावक एकता मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा, संरक्षक सुभाष लांबा, फरीदाबाद के जिला अध्यक्ष शिवकुमार जोशी, करनाल मंच के पदाधिकारी नवीन अग्रवाल आदि ने दिल्ली स्थित सीबीएसई के कार्यालय पर सीबीएसई के चेयरमैन विनीत जोशी से मुलाकात करके बताया कि सीबीएसई नियमों के तहत स्कूल प्रबंधक अभिभावकों द्वारा चुनी गई अभिभावक एसोसिएशन की सहमति/मंजूरी से ही फीस वृद्धि कर सकते हैं। अभिभावक एसोसिएशन का गठन कानूनन जरूरी है। किसी भी स्कूल में वैधानिक रूप से चुनी हुई अभिभावक एसोसिएशन नहीं है। स्कूल प्रबंधक अपने स्कूल में अभिभावक एसोसिएशन बनने ही नहीं देते इसकी जगह अपने ही 2-3 समर्थक अभिभावकों को अपनी मैनेजिंग कमेटी में शामिल कर लेते हैं और फीस वृद्धि करके उनकी सहमति के हस्ताक्षर करा लेते हैं। कोई भी स्कूल किसी भी प्रकार का डोनेशन, कैपीटेशन फीस, विकास शुल्क, बिल्डिंग फंड आदि नहीं ले सकता और किसी भी हालत में शिक्षा का व्यवसायीकरण नहीं कर सकता। dt
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