** शिक्षकों ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि सभी चयनित टीचर्स को बिना देरी के शिक्षा सदन हरियाणा से नियुक्ति पत्र दिया जाए।
चंडीगढ़ : सूबे में लंबे अर्सा पहले नियुक्त किए गए शिक्षकों ने अब आरपार की लड़ाई का ऐलान करते हुए आंदोलन को और तेज कर दिया है। भावी पीजीटी शिक्षकों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलने का समय मांगा है। इन शिक्षकों का दावा है कि कुछ अधिकारी व राजनेता बेरोजगारों को गुमराह कर रहे हैं। बहाने बनाकर काम में देरी खुद कर रहे हैं नाम सरकार व जांच पड़ताल का लेकर मामले को टालने की साजिश रच रहे हैं। कुछ लोगों ने मलाई खाने व भ्रष्टाचार फैलाने के चक्कर में सूबे के बेरोजगारों को एक साल से परेशान किया हुआ है, खुद सरकारी पदों पर बैठकर मलाई खा रहे हैं। उन्होंने इस तरह मामले में सीएम को सच्चाई से अवगत कराने का ऐलान किया है।
शिक्षकों ने डीमड यूनिवर्सिटी व बाकी सभी को साथ लेकर राजधानी पहुंचने की अपील की है ताकि आंदोलन अधिक तेज किया जा सका। शिक्षा सदन पर लगातार धरना दे रहे पीजीटी शिक्षकों के धरने का शनिवार 20वां दिन था, यहां पर पांच लोग भूखहड़ताल पर भी बैठे, जिनमें राजेश कौर, रितू, राजेश सिंह, रामकुमार, विद्या गोयल शामिल हैं।
शिक्षकों ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि सभी चयनित टीचर्स को बिना देरी के शिक्षा सदन हरियाणा से नियुक्ति पत्र दिया जाए। चयनित अनुभवी शिक्षकों ने सवाल उठाया है कि पहले मेवात के लोगों को नियुक्ति पत्र कैसे दे दिए गए? दूसरी तरफ जब अफसर मामलों को संदिग्ध बताकर राज्य के मंत्री, मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे थे, तो डेढ़ सौ को ज्वाइनिंग कैसे दी जा रही है? राजकीय अयापक संघ जींद रजिस्ट्रेशन नं. 70 के ब्लाक प्रधन हरजिदंर सिंह ने भी पूरा सर्मथन का ऐलान मौके पर पहुंचकर किया। उन्होंने शिक्षकों को परेशान किए जाने पर राज्य सरकार, अफसरों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने दावा किया कि वे हर मोड़ पर पीजीटी टीचर्स के साथ खड़े हुए हैं। hb
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