.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Tuesday, 10 June 2014

गाइड नहीं, गाइडेंस से सुधरेगा सरकारी स्कूलों का परिणाम

** बच्चों से बीईईओ खुद पूछेंगे सवाल 
** कक्षा में कुंजी मिली तो होगी एक्सप्लेनेशन कॉल
अम्बाला : जल्द ही अब जिलेभर के सरकारी स्कूल कुंजी (गाइड) मुक्त होंगे। यदि स्कूलों में शिक्षक व किसी भी बच्चे के पास कुंजी मिली तो उसके खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा। कक्षा के बीच यदि किसी शिक्षक व बच्चे के पास कुंजी मिली तो एक्सप्लेनेशन कॉल होगी। बच्चों व कक्षा का स्तर उनके ज्ञान से आंका जाएगा। इसके लिए बीईईओ को जिम्मा सौंपा गया है। ऐसे में अब बीईईओ की जवाबदेही भी अपने एरिया के लिए तय होंगी। वहीं स्कूलों में जाकर किसी भी वक्त बच्चों से किसी भी विषय के बारे सवाल करके ज्ञान के स्तर का आंकलन करेंगे। 
आत्म मंथन में जुटा जिला शिक्षा विभाग : 
10 वीं कक्षा के खराब परीक्षा परिणाम के बाद जिला शिक्षा विभाग आत्म मंथन में जुट गया है। लगातार दो वर्ष से खराब परीक्षा परिणाम के लिए जिम्मेदार हर पहलू पर विचार हो रहा है। साथ ही जिन स्कूलों का उम्मीद से बेहतरीन परिणाम रहा है उन्हें शिक्षा विभाग आदर्श स्कूल बनाएगा। ऐसे स्कूलों में डबल शिफ्ट के तहत छात्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। 
सफाई व्यवस्था, शिकायत व सुझाव बॉक्स प्रणाली में सुधार : 
सरकारी स्कूलों में सफाई व्यवस्था में सुधार लाए जाएगा। इसके लिए भी जिला शिक्षा अधिकारी जल्द ही दिशा-निर्देश जारी करेंगी। साथ ही हर स्कूल में लगे शिकायत व सुझाव बॉक्स प्रणाली में सुधार होगा। इन शिकायत व सुझाव बाक्स को खोलने के लिए अब एक शिक्षाविद्, एक स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य और एक सीनियर शिक्षक की कमेटी बनाई जाएगी। 
इन स्कूलों को आदर्श स्कूल बनाने की योजना : 
सरकारी स्कूलों में सिटी में रासीसे स्कूल प्रेम नगर व माडल टाउन रासीसे स्कूल का परीक्षा परिणाम इस वर्ष शानदार रहा। प्रेम नगर स्थित स्कूल में नॉन मेडिकल, मेडिकल व कामर्स का 100 प्रतिशत तथा आट्र्स का 95.5 प्रतिशत परिणाम रहा। बलाना के सरकारी स्कूल का परिणाम 75, पुलिस लाइन का 75, पंजोखरा के स्कूल का 90.6 शहजादपुर गल्र्स व सीसे का 85 प्रतिशत व नग्गल सीसे का 12वीं का परिणाम बेहतरीन रहा। नगला राजपूताना का 94, प्रेम नगर स्कूल का 85 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण तथा खैरा के स्कूल का 10वीं कक्षा परिणाम 72.6 प्रतिशत रहा। इन सभी को आदर्श स्कूल बनाया जा सकता है। 
"ओवरऑल परिणाम बेहद खराब है। विभाग हर पहलु की बारीकी से जांच कर रहा है। कुछ नए सुधार भविष्य में देखने को मिलेंगे। जिन स्कूलों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है उन्हें आदर्श स्कूल बनाकर दूसरों को स्थापित किया जाएगा।"--सुमन आर्य, जिला शिक्षा अधिकारी 
इसीलिए जरूरत पड़ी आत्म मंथन की 
वर्ष 2013 में जिले में 10वीं कक्षा का परिणाम महज 39.73 प्रतिशत रहा था जबकि बोर्ड का कुल परिणाम 50.79 था। इसी तरह वर्ष 2014 में जिले में 10वीं कक्षा का परिणाम 48.9 प्रतिशत रहा जबकि बोर्ड का कुल परीक्षा परिणाम 60.84 रहा।                                          db

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.