लाडवा : बीएलओ ड्यूटी लगने से खफा शिक्षक आखिरकार मान गए। ड्यूटी के बारे में अध्यापक संघ के पदाधिकरियों के प्रशासन संग समझौता होने के बाद बीएलओ ने वोट बनाने संबंधित सामग्री मंगलवार को ले ली। इससे पहले शिक्षक बीएलओ ड्यूटी का डटकर विरोध कर रहे थे। चुनाव सामग्री लेने से शिक्षकों ने साफ इंकार कर दिया था।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान विनोद चौहान ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्राइमरी व दूसरे स्कूलों के अध्यापकों की आगामी विधानसभा चुनावों के मध्य नजर नई वोटें बनाने व अवैध वोट काटने आदि के लिए नौ से 30 जून तक की बीएलओ के रूप में ड्यूटी लगाई गई। जिसका गर्मी के चलते व छुट्टियों में काम के बदले छुट्टियां व मानदेय आदि न दिए जाने को लेकर बीएलओ ने विरोध जताया। जिस पर शिक्षक संघ व जिला निर्वाचन अधिकारी के मध्य बैठक हुई। जिसमें बीएलओ की मांगे मान ली गई। इसके अनुसार विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद उन्हें बीएलओ की ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाएगा। जो सालाना मानदेय आदि तीन हजार रुपए था उसे बढ़ाकर पांच हजार रुपए कर दिया। बीएलओ की छुट्टियों के दौरान की गई ड्यूटी आगे एडजेस्ट कर दी जाएगी। समझौता होने के बाद मंगलवार को बीडीपीओ कार्यालय में बीएलओ को चुनाव कानूनगो मंजू बाला ने सामग्री वितरित की। db
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